चेन्नई। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने मंगलवार को भाजपा पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि ‘कुछ राजनीतिक ताकतें’ अफवाह फैलाने और कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने के लिए तकनीक का इस्तेमाल कर रही हैं।
आईसीटी अकादमी की पहल ‘ब्रिज (ट्रिलियन डॉलर डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए मानव पूंजी का निर्माण)’ सम्मेलन के 50वें संस्करण का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा तमिलनाडु को नंबर एक बनाने के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा, प्रौद्योगिकी के दो पहलू हैं और जिस उद्देश्य के लिए इसका उपयोग किया जाता है वह इसकी उपयोगिता तय करता है।
उन्होंने कहा, ‘युवा पीढ़ी को अपने विकास के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करना चाहिए और इसका गुलाम नहीं बनना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने किसी का नाम लिए बगैर कहा, ”कुछ राजनीतिक ताकतें इसका इस्तेमाल अफवाहें फैलाने और कानून-व्यवस्था खराब करने के लिए करती हैं।”
गौरतलब है कि हाल ही में, तमिलनाडु में प्रवासी श्रमिकों पर हमले को लेकर सोशल मीडिया में फर्जी सूचना फैलाई गई थी। जिससे बिहार सहित कई राज्यों के श्रमिकों में अशांति फैल गई थी।
हालांकि, बाद में दावे झूठे निकले और पुलिस ने एक हिंदी दैनिक और एक भाजपा प्रवक्ता के खिलाफ मामला दर्ज किया।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, इंटरनेट पर ‘अश्लील वेबसाइटें भी बढ़ रही हैं और ऑनलाइन कार्ड गेम रम्मी से लोगों का जीवन घातक बन रहा है।’ अत: युवाओं को अपने जीवन में तकनीक का सही उपयोग करते हुए आगे बढ़ना चाहिए और राष्ट्र के विकास के लिए कार्य करना चाहिए।
राजभवन ने ऑनलाइन रम्मी पर प्रतिबंध लगाने वाला विधेयक बुधवार को तमिलनाडु विधानसभा को पुनर्विचार के लिए लौटा दिया था।
सम्मेलन में टी मनो थंगराज (आईटी मंत्री), राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष जे जयरंजन और शीर्ष अधिकारियों, प्रौद्योगिकी विदों और कई मंत्रियों सहित तमिलनाडु के आईसीटी अकादमी के सीईओ हरि बालचंद्रन ने भाग लिया था।