पालिकिर। पश्चिमी प्रशांत महासागर में स्थित देश माइक्रोनेशिया ने चीन पर अपने नेताओं और अधिकारियों को रिश्वत देकर खरीदने की कोशिश का आरोप लगाया है। माइक्रोनेशिया के राष्ट्रपति डेविन पैनुएलो ने चीन पर राजनीतिक युद्ध की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए चीन से खुद की जान को भी खतरा बताया है।
पैनुएलो का माइक्रोनेशिया के राष्ट्रपति के रूप में कार्यकाल समाप्त होने में अब महज दो महीने शेष हैं। ऐसे समय में उन्होंने एक पत्र लिखकर चीन पर बड़ा हमला किया है। पैनुएलो ने अपने पत्र में लिखा है कि चीन माइक्रोनेशिया में हस्तक्षेप कर प्रशांत क्षेत्र में युद्ध का वातावरण बना रहा है। उन्होंने चीन पर माइक्रोनेशिया और अमेरिका के बीच रिश्ते बिगाड़ने की कोशिश का आरोप लगाते हुए माइक्रोनेशिया को अमेरिका का पुराना सहयोगी करार दिया। पैनुएलो ने माइक्रोनेशिया में चीन की वर्तमान गतिविधियों के लिए चीन की निंदा भी की। उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि माइक्रोनेशिया के समुद्री क्षेत्र में अनुसंधान की आड़ में चीन जासूसी कर रहा था। उन्होंने इसके लिए अमेरिका में मिले जासूसी गुब्बारे का हवाला भी दिया।
माइक्रोनेशिया की कांग्रेस और राज्य के राज्यपालों को लिखे अपने पत्र में पैनुएलो ने खुले तौर पर लिखा है कि चीन उनके देश में राजनीतिक युद्ध की कोशिश कर रहा है। राजनीतिक गठजोड़, आर्थिक उपाय, सार्वजनिक प्रचार, रिश्वतखोरी, मनोवैज्ञानिक युद्ध और ब्लैकमेल जैसी गुप्त गतिविधियां शामिल हैं। पत्र में चीन के स्थान पर ताइवान से रिश्तों में मजबूती की बात कहते हुए जानकारी दी है कि उन्होंने इस साल फरवरी में ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ वू से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने जोसेफ वू को बताया था कि वह चीन की बजाय उन्हें समर्थन देने के लिए राजनयिक संबंधों को बदल सकते हैं। इसके बदले में ताइवान ने माइक्रोनेशिया को 50 मिलियन डॉलर के इंजेक्शन देने पर सहमति जताई है। साथ ही माइक्रोनेशिया को वार्षिक 15 मिलियन डॉलर के सहायता पैकेज की जानकारी भी दी है।