यूनाइटेड मुस्लिम ऑफ इंडिया ने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों के नाम बदलने पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया

asiakhabar.com | March 3, 2023 | 2:23 pm IST

नई दिल्ली। ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक स्थलों एवं शहरों के नाम बदलने पर सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले का यूनाइटेड मुस्लिम ऑफ इंडिया ने स्वागत किया है। इसके साथ ही न्यायालय के इस फैसले को देश का माहौल खराब करने वाली साम्प्रदायिक शक्तियों के लिए करारा जवाब बताया है।
यूनाइटेड मुस्लिम ऑफ इंडिया (यूएमआई) के महासचिव डॉ. सैयद अहमद खान ने प्रेस को जारी अपने एक बयान में कहा कि ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक स्थलों के नाम बदलने की जनहित याचिका पर सुप्रीम कोर्ट का 27 फरवरी का फैसला अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने असामाजिक और शरारती तत्वों को फटकार लगाई है, जिससे शांतिप्रिय नागरिकों में खुशी की लहर दौड़ गई।
गौरतलब है कि जस्टिस केएम जोसेफ और बीवी नागरत्ना की दो सदस्यीय सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने इस याचिका को खारिज करते हुए सवाल किया कि नाम बदलने से क्या हासिल होगा? सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में यह भी रेखांकित किया कि इस मुहिम से एक खास समुदाय की ओर उंगली उठती हुई दिखती है। इसमें खतरा यह है कि अपना समाज कहीं अतीत का कैदी बनकर न रह जाए। इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि हमारा देश और समाज लंबे समय तक विदेशी हमले झेलता रहा है। मगर इनसे जूझने और उबरने का भी हमारा गौरवपूर्ण इतिहास रहा है। ऐसे में हम अपनी इच्छा के अनुसार इतिहास के किसी हिस्से को हटा कैसे सकते हैं? इतिहास सिर्फ जानने, समझने और उससे सही सबक सीखने के लिए होता है। उसे बदलने का प्रयास उलटे नतीजे ला सकता है।
डॉ. सैयद अहमद खान ने आगे कहा कि सुप्रीम कोर्ट के इस ऐतिहासिक फैसले से देश में शांति और भाईचारे का माहौल मजबूत होगा। डॉ. सैयद अहमद खान ने केंद्र और प्रदेश सरकारों से आह्वान किया कि वह सुप्रीम कोर्ट के इस ऐतिहासिक फैसले के आलोक में देश के हर नागरिक की भावनाओं का सम्मान करें और भविष्य में नाम बदलने जैसे अनावश्यक काम से परहेज करें।


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