न्यूयॉर्क। भारतीय मूल के अमेरिकी प्रोफेसर हरि बालाकृष्णन को 2023 के मार्कोनी पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। मार्कोनी पुरस्कार को संचार प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में शीर्ष सम्मान माना जाता है।
यह पुरस्कार वायर्ड और वायरलेस नेटवर्किंग, मोबाइल सेंसिंग और वितरित सिस्टम में मौलिक खोज में महत्वपूर्ण योगदान के लिए प्रदान किया जाता है। बालकृष्णन एमआईटी के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और कंप्यूटर साइंस विभाग (ईईसीएस) में फुजित्सु प्रोफेसर हैं। साथ ही एमआईटी कंप्यूटर साइंस एंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लेबोरेटरी (सीएसईएल) में प्रमुख अन्वेषक हैं।मार्कोनी सोसाइटी के अध्यक्ष विंट सेर्फ ने कहा है कि हरि बालाकृष्णन के अद्वितीय योगदान ने कई क्षेत्रों में अनुसंधान और खोज को आकार दिया है। जीवन बचाया है और उपयोगकर्ताओं को नेटवर्क-आधारित सेवाओं के साथ बेहतर अनुभव प्राप्त करने में सक्षम बनाया है। सेर्फ ने कहा कि वैज्ञानिक उत्कृष्टता पर उनका ध्यान, जो बड़े पैमाने पर सकारात्मक प्रभाव पैदा करता है, उनके मानवीय योगदान के साथ, उन्हें मार्कोनी पुरस्कार के लिए एक आदर्श विकल्प बनाता है।
वर्तमान में उनका शोध एज और क्लाउड सेवाओं से जुड़े सेंसर से लैस मोबाइल उपकरणों के लिए नेटवर्किंग, सेंसिंग और धारणा पर केंद्रित है। बालकृष्णन ने 1998 में बर्कले के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और कंप्यूटर विज्ञान विभाग में कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय से पीएचडी प्राप्त की है। उन्होंने मद्रास में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान से 1993 में बीटेक किया था।