ढाका। बांग्लादेश उच्च न्यायालय ने बुधवार को कुश्तिया स्थित इस्लामिकविश्वविद्यालय से रैगिंग की घटना को लेकर उसके पांच छात्रों को निष्कासित करने को कहा।
पांच छात्रों में बांग्लादेश छात्र लीग (बीसीएल) की नेता शांजीदा चौधरी ओन्टोरा, वित्त और बैंकिंगविभाग से माओबिया और तबस्सुम इस्लाम, ललित कला विभाग की हलीमा खातून उर्मी और कानूनविभाग की इसरत जहां मीम शामिल हैं।अदालत ने विश्वविद्यालय को देशरत्न शेख हसीना हॉल प्रोवोस्ट शम्सुल आलम, हाउस ट्यूटर और
कई अन्य को 12 फरवरी को हुई घटना के संबंध में उनके कर्तव्यों से मुक्त करने का भी निर्देशदिया।न्यायिक जांच समिति द्वारा प्रस्तुत एक जांच रिपोर्ट के बाद अदालत का आदेश आया, जिसमें घटनामें छह लोगों की संलिप्तता पाई गई और कहा गया कि हॉल प्रोवोस्ट और हाउस ट्यूटर अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में पूरी तरह विफल रहे।समिति ने कहा कि पीड़ित फुलपोरी खातून, जो इस्लामिक विश्वविद्यालय की छात्रा भी है, उसे क्रूरता और अमानवीय तरीके से प्रताड़ित किया गया और विश्वविद्यालय के अधिकारी ठीक से काम करनेमें विफल रहे। रिपोर्ट के अनुसार, विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर ने भी अपने कर्तव्यों के निर्वहन में लापरवाही और
उदासीनता दिखाई। यह भी कहा कि प्रताड़ित किए जाने के बाद पीड़िता को जबरन एक बॉन्ड पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया गया। यह घटना तब सामने आई जब एक दिन पहले उसने अपने वरिष्ठों और अपने परिवार के सदस्यों को मामले का खुलासा किया था।