नयी दिल्ली। आईओए के कलंकित अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला भारतीय ओलंपिक संघ की कार्यकारी परिषद की आपात बैठक में नजर आये लेकिन कुछ सदस्यों के विरोध के बाद तुरंत रवाना भी हो गए। चौटाला दिसंबर 2012 में आईओए अध्यक्ष बने थे जिनका चुनाव अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने अवैध करार दिया था। वह आईओए भवन के बैठक कक्ष में करीब 10 मिनट तक रहे। इसके बाद कार्यकारी परिषद के सदस्य जी एस मंडेर ने उनकी मौजूदगी का विरोध किया।
बैठक में यह प्रस्ताव भी पारित किया गया कि परिषद के गैर सदस्यों द्वारा दिया गया कोई भी बयान रिकार्ड नहीं होगा। आईओए महासचिव राजीव मेहता ने कहा कि चौटाला को बैठक में बुलाया नहीं गया था। उन्होंने कहा,‘‘ हमने उन्हें बैठक में नहीं बुलाया था। वह अपनी मर्जी से आये थे और करीब 10 मिनट तक यहां रहे। मंडेर के विरोध के बाद वह चले गए। ’’चौटाला से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा,‘‘ मैं सिर्फ लोगों से मिलने और उन्हें हैलो बोलने आया था।