नई दिल्ली। आप सब देश की रीढ़ हैं। देश के हित में ज्यादा से ज्यादा काम करें। आप सब अपने अंदर ऐसी क्वालिटी लेकर आएं ताकि हमारा देश और बेहतर बन सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों को आगे लेकर जाने में और अहम भूमिका निभाएं। देश के आठ राज्यों के आईएएस अधिकारियों के समक्ष ये संबोधन मोटिवेशनल स्पीकर रॉबिन शर्मा या शिव खेड़ा का नहीं है, यह तो 13 वर्षीय जाह्नवी का है। सुनकर, पढ़कर थो़ड़ी हैरत होती है, लेकिन यह हकीकत है।
बीबीसी और सीएनएन चैनल्स के उच्चारण में है निपुण –
हरियाणा के समालखा की रहने वाली जाह्नवी दिल्ली विश्वविद्यालय के सत्यवती कॉलेज में बीए प्रथम वर्ष की छात्रा हैं। ब्रिटिश, अमेरिकन, फ्रेंच, जापानी भाषाओं पर इनकी जबरदस्त पकड़ है। बीबीसी और सीएनएन चैनल्स की घंटों की खबरों को बिल्कुल उसी उच्चारण के साथ बगैर देखे भी सुना देती हैं। अंग्रेजी संगीत को भी उसी सुर-ताल के साथ गाती हैं। कैसे आया ये हुनर जाह्नवी के पिता ब्रजमोहन पवार प्राइमरी स्कूल में शिक्षक हैं। वह कहते हैं कि मेरी बेटी एक साल की थी जब मैंने महसूस किया कि इसमें हर चीज को जानने- समझने का गजब का उत्साह है। हर चीज पर सवाल करती, लेकिन मैं भी इसे हर चीज अंग्रेजी में ही बताता था। यहीं से इसको आदत लग गई कि हर जवाब अंग्रेजी में ही चाहिए।
डेढ़ साल की उम्र में ही लिया स्कूल में दाखिला –
इसकी लगन को देखते हुए डेढ़ साल की उम्र में ही स्कूल भेजना शुरू कर दिया और आगे पढ़ती गई। सरकार की विशेषष अनुमति से एक-एक साल में दो कक्षाएं करते हुए 12 वीं तक की पढ़ाई पूरी कर ली। भाषाओं का ज्ञान घर में चलता रहा। पहले शब्द, फिर वाक्य, भाषा और फिर उसके बाद एक्सेंट तक पहुंचने के लिए ऑनलाइन वीडियो का बहुत बड़ा योगदान रहा। उसी से भाषा और उसके उच्चारण की बारीकियों को समझा। ब्रजमोहन कहते हैं कि जब यह पांच साल की हो गई मैं इसे दिल्ली में इंडिया गेट और लाल किला लेकर जाने लगा। वहां यह अमेरिकी पर्यटकों के साथ घंटों बात किया करती थी। वे भी हैरान होते थे कि इतनी छोटी सी बच्ची उनकी भाषा में इतना अच्छा उच्चारण कर रही है।
मोटिवेशन स्पीच के लिए मिलता है आमंत्रण –
हर रोज घर से 85 किलोमीटर दूर ट्रेन से पढ़ाई करने के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय आने वाली जाह्नवी अब स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में प्रेरक संबोधन देने के लिए आमंत्रित की जाती हैं। वह कहती हैं कि पापा मुझे बस यहीं कहते हैं कि आत्मविश्वास रखो और हर परिवेश का अवलोकन करो तो हर चीज आसान हो जाएगी। पिछले साल आईएएस अधिकारियों का संबोधन हो या फिर एमबीबीएस के छात्रों का मैंने दोनों के अंतर को समझा और उसी के अनुसार संबोधित किया।
बीबीसी या सीएनएन में न्यूज एंकर बनना है सपना –
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा व वर्तमान मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा सम्मानित जाह्नवी कहती हैं कि मेरे नाम का अर्थ है गंगा नदी है और मैं भाषाओं के हुनर की नदी बनना चाहती हूं। वैसे मेरा सपना बीबीसी या सीएनएन में न्यूज एंकर बनना है, लेकिन मेरे मम्मी-पापा कहते हैं कि मुझे आईएएस बनना है। मैं सभी युवाओं को कहना चाहूंगी कि उन्हें अपने अभिभावकों के अनुभव से ही निर्णय लेने चाहिए। वे हमारे भविष्य के लिए सबसे अच्छा सोच सकते हैं। इसलिए अब मैं भी इंग्लिश म्यूजिक सिंगर या एंकर की जगह आईएएस बनने के लिए तैयारी करूंगी।