राउरकेला (ओडिशा)। फुटपाथ पर चार बच्चों के साथ गुजर-बसर करने वाली एक विक्षिप्त महिला की नाबालिग बच्ची हैवानियत का शिकार हो गई। 14 साल की उम्र में वह गर्भवती हो गई है। स्वयं सेवी संस्था के सदस्यों की पहल पर बच्ची का इलाज चल रहा है।
सिविल टाउनशिप अंचल में फुटपाथ पर चार बच्चों के साथ गुजर बसर करने वाली विक्षिप्त महिला की सबसे बड़ी बच्ची 14 साल की है। पूरा परिवार भीख मांगकर गुजारा करता है। संस्था के दिप्ती दास ने बताया कि 30 अक्टूबर को पीड़ित नाबालिग पर नजर पड़ी, तब उसे राउरकेला सरकारी अस्पताल ले जाया गया और जांच कराई गई।
डिप्टी सीएमओ शशांक कवि के सहयोग से नाबालिग की जांच कराने पर पता चला की वह सात माह की गर्भवती है। इसके बाद पुलिस को सूचित किया गया, जिसने नाबालिग को बिसरा स्थित चाइल्ड लाइन संस्था को सौंप दिया।
यहां एक नवंबर को अचानक उसके पेट में दर्द उठने पर संस्था के लोगों ने उसे राउरकेला सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। गुरुवार को अल्ट्रासाइंड कराने पर पेट में बच्चे की मौत हो जाने की जानकारी हुई। बच्ची की भी हालत नाजुक है