नई दिल्ली। अंडा सिर्फ प्रोटीन का ही स्त्रोत नहीं बल्कि इसके और भी कई बेहतरीन फायदे हैं जो कि आमतौर पर लोग जानते हैं। इसके सेवन को लेकर प्रोत्साहित किया जाता है। लेकिन अंडा खाने वालों के लिए एक बुरी खबर है। आप जो अंडा खा रहे हैं, हो सकता है कि वे संक्रमित हों।
हाल ही में जारी की गई एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में पोल्ट्री फार्म्स इंटरनेशनल स्टैंडर्ड्स के मुताबिक मुर्गीपालन नहीं करते। साफ-सफाई न होने से फार्म्स में पक्षियों के स्वास्थ्य का भी ध्यान नहीं रखा जाता। इससे पक्षियों में आसानी से जीवाणु आ जाते हैं। जब बीमार मुर्गियां जो अंडे देती हैं, उनके द्वारा भी बैक्टीरिया संक्रमण की संभावनाएं अधिक हो जाती है।
इतना ही नहीं अंडों को पकाने के ढंग से भी संक्रमण फैल सकता है। दूसरे खाद्य पदार्थों के बजाय अंडों के दूषित होने की ज्यादा संभावना होती है। फ्रिज में रखे अंडों के छिलकों पर मौजूद जीवाणु अन्य खाद्य पदार्थों को भी दूषित कर सकते हैं।
खाने को दूषित करने के लिए जिम्मेदार साल्मोनेला और ई.कोली ही अंडों को दूषित नहीं करते बल्कि हैवी मेटल, कीटनाशकों से भी अंडों के दूषित होने का खतरा बना रहता है। इस मुद्दे पर 2005 में एक शोध हुआ था जिसमें आए परिणाम के मुताबिक पंजाब में अंडों के सैंपल में ऐसे पेस्टीसाइड्स पाए गए थे और इनके इस्तेमाल पर रोक लगाई गई थी। 2010 में आई एक अन्य रिपोर्ट अंडों में लेज और केडमियम जैसे तत्व पाए गए थे।