नई दिल्ली, 03 अप्रैल (वेबवार्ता)। इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन में कथित गड़बडी को लेकर जारी सियासी रार के बीच कांग्रेस ने मंगलवार को चुनाव आयोग को ही नसीहत दे डाली। पार्टी ने कहा कि चुनाव आयोग को यह बात नहीं भूलनी चाहिए कि वह लोकतंत्र का नियंत्रक नहीं बल्कि सहायक है। इसलिए इवीएम जब सवालों के घेरे में है तो आयोग को बैलेट पेपर के जरिए चुनाव कराने का विकल्प देना चाहिए। इवीएम में खामी नहीं होने और जरूरत पड़ने पर नई इवीएम मशीन खरीदने के चुनाव आयोग के बयान पर कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि आयोग को अडि़यल रवैया नहीं दिखाना चाहिए। खासकर यह देखते हुए कि जब लोकतंत्र के स्टेकहोल्डर्स में से कई इवीएम की निष्पक्षता को लेकर संदेह जाहिर कर चुके हैं। इसमें आयोग की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह मसले के गुण-दोष में पड़ने की बजाय सवाल उठाने वाले हिस्सेदारों की शंका का निवारण करे। इसी क्रम में कांग्रेस प्रवक्ता ने आयोग पर निशाना साधते हुए कहा कि उसे यह नहीं भूलना चाहिए कि वह लोकतंत्र का नियंत्रक नहीं बल्कि सहायक है। तिवारी ने कहा कि लोकतंत्र के सहायक के रुप में आयोग का यह दायित्व बनता है कि इवीएम में खामी के विवाद को खत्म करने के लिए बैलेट पेपर के जरिए चुनाव कराए।