हिंसक प्रदर्शन में तेलंगाना में एक की मौत, दिल्ली के तीन मेट्रो स्टेशन बंद; देशभर में 200 ट्रेनें प्रभावित, 35 रद्द

asiakhabar.com | June 17, 2022 | 5:27 pm IST
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नई दिल्ली/सिकंदराबाद। सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार की अग्निपथ स्कीम के खिलाफ
लगातार तीसरे दिन युवाओं का विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है। देश के कई राज्यों में गुस्साए युवा
बवाल मचा रहे हैं। दिल्ली के आईटीओ में युवाओं ने अग्नीपथ योजना के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान
करीब 25 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है। वहीं, दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने सुरक्षा कारणों का
हवाला देते हुए शुक्रवार को दो स्टेशनों के तीन गेट बंद कर दिए हैं।
तेलंगाना में प्रदर्शन के दौरान एक की मौत
तेलंगाना के सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर युवाओं ने आगजनी और तोड़फोड़ की। हिसंक प्रदर्शन के दौरान एक
व्यक्ति की मौत हो गई। जबकि, आठ अन्य घायल हो गए हैं।
35 ट्रेनें रद्द
अग्निपथ के खिलाफ प्रदर्शन की वजह से अबतक 200 से ज्यादा ट्रेनें बाधित हो चुकी हैं। वहीं, 35 ट्रेनें रद्द हुई
हैं। जबकि, 13 ट्रेनों को कम दूरी पर ही खत्म कर दिया गया है।
गुरुग्राम में 144 लागू
अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन के चलते गुरुग्राम में धारा 144 लगा दी गई है। यहां अब एक साथ चार लोग
नहीं जुट सकते। पुलिस ने कहा है कि वे लोग सड़क पर जाम नहीं लगाने देंगे।
अलीगढ़ में हालात बेकाबू
अलीगढ़ में अग्निपथ योजना के खिलाफ युवाओं ने जमकर प्रदर्शन किया। थाना टप्पल क्षेत्र में यमुना एक्सप्रेसवे
पर प्रदर्शनकारियों ने पीएसी कर्मी को घेरकर पीटा। इसके साथ ही अलीगढ़ के भाजपा सांसद सतीश गौतम की
शिला पट्टिका तोड़ दी। प्रदर्शन के दौरान उपद्रवियों ने अब तक आठ गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया है।
डीएम, एसपी समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं।
उत्तराखंड में पुलिस से भिड़े प्रदर्शनकारी
उत्तराखंड में भी अग्निपथ स्कीम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है। यहां प्रदर्शनकारियों ने हल्द्वानी में नेशनल
हाइवे जाम किया गया है। वहीं, प्रदर्शनकारियों की पुलिस से भिड़ंत भी हुई है।
बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन में लगाई आग

बिहार के समस्तीपुर में आज सुबह जम्मूतवी-गुवाहाटी एक्सप्रेस ट्रेन में उपद्रवियों ने आग लगा दी। ट्रेन की दो
बोगियां जलकर खा हो गई। जबकि, दूसरी तरफ बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन में भी उपद्रवियों ने आग लगा
दी। ये ट्रेन दरभंगा से नई दिल्ली जा रही थी। ट्रेन की चार बोगी जलकर खाक हो गई। उपद्रवियों ने ट्रेन में जमकर
की तोड़फोड़ और लूटपाट।
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कही ये बड़ी बात
कई राज्यों में हो रहे बवाल के बीच केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सभी नौजवानों से अपील करता हूं
कि सेना में भर्ती की तैयारी करें। वे शांति बनाए रखें। बहुत जल्द भर्ती प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। दो साल से
भर्ती प्रक्रिया बंद थी, इसको ध्यान में रखते हुए आयु सीमा को इस साल के लिए 21 से 23 वर्ष कर दिया गया है।
इससे बहुत से युवाओं को योजना का फायदा मिलेगा।
बल्लभगढ़ में इंटरनेट सेवाएं बंद
हरियाणा के बल्लभगढ़ में जिला प्रशासन ने 24 घंटे के लिए अस्थाई रूप से इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया है।
जिला प्रशासन का कहना है कि प्रतिबंध के दौरान वॉयस काल, बैंकिंग और मोबाइल रिचार्ज जैसी सेवाओं की ही
अनुमति होगी। ये प्रतिबंध गुरुवार रात 10 बजे से लागू है।
यूपी के बलिया में तोड़फोड़
उत्तर प्रदेश के बलिया में प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की। बलिया की डीएम सौम्या अग्रवाल ने बताया कि सुरक्षाबलों
की सुबह से है तैनाती थी। अग्निपथ स्कीम के खिलाफ भीड़ इकट्ठी हुई। लेकिन, उन्हें वहां पर नुकसान करने से
रोक दिया गया। फिलहाल वे पत्थरबाजी की कोशिश कर रहे हैं, कार्रवाई की जा रही है।
आरा में 16 प्रदर्शनकारी हिरासत में
बिहार के आरा जिले में गुरुवार को तोड़फोड़ करने के आरोप में पुलिस ने 16 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया
है। वहीं, करीब 650 से ज्यादा अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
प्रदर्शन के चलते 34 ट्रेनें निरस्त
हिंसक प्रदर्शन के कारण रेलवे ने 34 ट्रेनें निरस्त कर दी हैं, जबकि 8 आंशिक रूप से रद्द की हैं। 72 ट्रेनें देरी से
चल रही हैं। बता दें कि ज्यादातर ट्रेनें बिहार से होकर गुजरती हैं।
इन जिलों में उग्र प्रदर्शन

बक्सर, आरा, मुंगेर, समस्तीपुर, लखीसराय, नालंदा, अरवल, जहानाबाद, पटना-बिहटा, बेगूसराय, वैशाली, औरंगाबाद,
सुपौल, खगड़िया, जमुई, रोहतास, नवादा, सीतामढ़ी में उग्र प्रदर्शन हो रहा है।
अग्निपथ भर्ती योजना का क्यों हो रहा है विरोध?
दरअसल, सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आर्म्ड फोर्सेज में 4 साल की नौकरी के लिए अग्निपथ भर्ती
योजना शुरू की। जिसके तहत 90 दिनों के अंदर करीब 46 हजार भर्तियां होनी है। बता दें कि ये भर्तियां देश के
सभी जिलों से होंगी। लेकिन कई युवा इससे खुश नहीं है। कहा जा रहा है कि इससे पिछले दो साल में हुई
परीक्षाओं का कोई औचित्य नहीं रह गया। क्योंकि, वो भर्तियां भी इसी प्रोग्राम के तहत होंगी। वहीं, परीक्षा देकर
रिजल्ट का इंतजार कर रहे कई स्टूडेंट्स सरकार के इस फैसले से नाराज हैं। सड़कों के साथ-साथ सोशल मीडिया
पर भी गुस्सा देखा जा रहा है।
गुस्साए छात्रों ने क्या कहा?
-अग्निपथ योजना को लेकर नाराज छात्रों का कहना था कि केंद्र सरकार की ये योजना गलत है, इसमें चार साल में
रिटायर कर दिया जाएगा, फिर आगे हम क्या करेंगे?
-चार साल बाद जॉब मिलने की क्या गारंटी रहेगी? कहीं जॉब ना मिली तो क्या होगा?
-नौकरी की कोई सिक्योरिटी नहीं। नौकरियों में कम से कम 20-30 फीसदी का आरक्षण दिया जाए, जो अग्निपथ
से युवा 4 साल पूरे करके निकले। तब भी कुछ समझ आता है, वरना युवा कहां-कहां भटकेगा?
-युवा सवाल कर रहे हैं कि 25 फीसदी अग्निवीरों को तो कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने के बाद स्थायी काडर में शामिल कर
लिया जाएगा, लेकिन बाकी 75 फीसदी अग्निवीरों का चार साल बाद क्या होगा? उन्हें भत्ता तो सरकार दे देगी,
लेकिन नौकरी कहां से आएगी?
-इससे युवाओं की देशभक्ति की भावना पर असर पड़ेगा। 4 साल जॉब करके युवा वापस घर आ जाए इससे
शर्मनाक कुछ भी नहीं है। आर्मी की ट्रेनिंग के साथ हो तो बेरोजगारी और खाली बैठकर वे भटक भी सकता है।
-अग्निपथ वालों के लिए अलग से चार साल बाद भी नौकरी की कुछ व्यवस्था हो जाए तो युवा उसके हिसाब से
तैयारी कर सकता है, लेकिन अभी जो वर्तमान में सरकार ने पेशकश की है, वो कहीं से भी उचित नहीं है।
क्या है अग्निपथ योजना?
दरअसल, केंद्र सरकार ने 14 जून को सेना की तीनों शाखाओं- थलसेना, नौसेना और वायुसेना में युवाओं की बड़ी
संख्या में भर्ती के लिए अग्निपथ भर्ती योजना शुरू की है। बता दें कि इस स्कीम के तहत नौजवानों को 4 साल के
लिए डिफेंस फोर्स में सेवा देनी होगी। माना जा रहा है कि सरकार ने ये कदम तनख्वाह और पेंशन का बजट कम
करने के लिए उठाया है।
अग्निपथ योजना के मुख्य बिंदु
-हर साल करीब 45 हजार युवाओं को सेना में शामिल किया जाएगा।
-साढ़े 17 साल से 21 साल की उम्र के युवाओं को ही इस योजना का लाभ मिलेगा।

-ये भर्तियां मेरिट और मेडिकल टेस्ट के आधार पर की जाएंगी।
-चयनित युवाओं को चार साल के लिए सेना में सेवा देने का मौका मिलेगा।
-इन चार वर्षों में अग्निवीरों को 6 महीने की बेसिक मिलिट्री ट्रेनिंग दी जाएगी।
-अग्निवीरों को 30 हजार से 40 हजार महीना सैलरी और अन्य फायदे दिए जाएंगे।
-इन दौरान अग्निवीर तीनों सेनाओं के स्थायी सैनिकों की तरह अवॉर्ड, मेडल और इंश्योरेंस कवर पाएंगे।
-चार साल पूरे होने के बाद 25 फीसदी को स्थायी काडर में भर्ती किया जाएगा।
-चार साल बाद जो अग्निवीर बाहर होंगे उन्हें सेवा निधि पैकेज के तहत करीब 12 लाख रुपये एकमुश्त मिलेंगे।
नई योजना में किन चीजों को शामिल किया गया है
-इस योजना में 4 साल बाद सैनिकों की समीक्षा की जाएगी।
-जवानों को नौकरी से छोड़ते वक्त सेवा निधि पैकेज मिलेगा।
-इस योजना में पेंशन नहीं होगी, लेकिन एकमुश्त पैसा दिया जाएगा।
-इस सेना के तहत भर्ती होने वाले सैनिक अग्निवीर कहलाएंगे।
-इस योजना के तहत भर्ती किए जाने वाले ज्यादातर जवानों को चार साल बाद मुक्त कर दिया जाएगा।


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