ठाणे (महाराष्ट्र)। यमन में हूती विद्रोदियों द्वारा इस साल जनवरी से बंधक बनाये गए सात
भारतीयों में शामिल महाराष्ट्र में ठाणे जिले के कल्याण का रहने वाला एक नाविक अपनी रिहाई के बाद घर लौट
आया है।
दुबई की एक नौवहन कंपनी में काम करने वाला मोहम्मद मुनव्वर समीर (22) लगभग चार महीने की कड़ी
मशक्कत के बाद बृहस्पतिवार को कल्याण के गोविंदवाड़ी इलाके में स्थित अपने घर पहुंचा।
यमन की राजधानी सना में पिछले रविवार को हूती विद्रोहियों ने सात भारतीयों समेत 14 विदेशी नागरिकों को रिहा
कर दिया था। दो जनवरी को हूती विद्रोहियों ने यमन के हुदैदा प्रांत में संयुक्त अरब अमीरात के झंडे वाले रवाबी
नामक मालवाहक जहाज को जब्त कर लिया था।
शुक्रवार को पत्रकारों से बात करते हुए, समीर ने कहा, ” सात भारतीय दो जनवरी से हूतियों द्वारा बंदी बनाए गए
14 विदेशी नागरिकों में शामिल थे … कैद के दौरान, मुझे बहुत परेशानियां उठानीं पड़ीं।”
हालांकि, उन्होंने कहा कि इस दौरान हूतियों ने उसे या उसके सहयोगियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया।
समीर ने रिहाई का प्रयास करने के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके कैबिनेट सहयोगियों को धन्यवाद देते हुए
कहा, ”भारत सरकार के प्रयासों के बाद, मुझे छह अन्य लोगों के साथ मुक्त कर दिया गया, और मैं बृहस्पतिवार
को घर लौट आया।”
समीर अपनी मां और बहन के साथ रहता है। उन्होंने कहा कि इस साल की ईद उसके लिए बहुत खास होने वाली
है।
इससे पहले, विदेश मंत्रालय ने कहा था कि भारत पिछले कुछ महीनों में भारतीय चालक दल के सदस्यों की रिहाई
के लिए सभी प्रयास कर रहा है और वह नाविकों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न पक्षों के
संपर्क में है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने भी इस मुद्दे को उठाया था।