श्रीलंका के रामबुकाना में प्रदर्शनकारी की मौत को लेकर तीन शीर्ष अधिकारियों के तबादले

asiakhabar.com | April 22, 2022 | 4:54 pm IST

रामबुकाना (कोलंबो)। श्रीलंका पुलिस ने अपने शीर्ष अधिकारियों का उनके कथित कदाचार के
लिए तबादला कर दिया जिसके चलते दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र रामबुकाना में हुई हिंसा में प्रदर्शनकारी की मौत हो गई
थी।
रामबुकाना में ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे निहत्थे
प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने गोलीबारी कर दी थी। गत मंगलवार को हुई इस हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई,
जबकि 13 लोग घायल हुए थे।

इसके बाद इस घटना की जांच करके तीन दिन में रिपोर्ट देने के लिए विशेष टीम गठित की गई थी। पुलिस के
प्रवक्ता एसएसपी निहाल थालदुआ ने कहा कि पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) विक्रमरत्ने ने जांच का जिम्मा
अपराध जांच विभाग (सीआईडी) को सौंप दिया है।
उन्होंने कहा कि सीआईडी निष्पक्ष जांच करेगी। हिंसा में जान गंवाने वाले 41 वर्षीय चामिंडा लक्षण का अंतिम
संस्कार शनिवार को किया जायेगा।
घटना के बाद सरकार ने बृहस्पतिवार को कर्फ्यू हटाने के बाद एहतियात बरतते हुए इलाके में जवानों को तैनात कर
दिया है। मारे गये शख्स के अंतिम संस्कार के मद्देनजर ये जवान 23 अप्रैल तक यहां रहेंगे।
सवालों से घिरे अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने राजनेताओं के आदेश पर कार्रवाई की, जो प्रदर्शनकारियों के
खिलाफ कड़ी कार्रवाई चाहते थे।
स्वतंत्र मानवाधिकार आयोग ने शुक्रवार को घटनी की जांच के लिए पुलिस प्रमुख चंदाना विक्रमरत्ने को तलब
किया।
इसके पहले बृहस्पतिवार को स्थानीय मजिस्ट्रेट ने पुलिस पर आरोप लगाया था कि वह प्रदर्शनकारी की मौत से
जुड़ी रिपोर्ट के साथ छेड़छाड़ कर रही है।
न्यूयॉर्क स्थित मानवाधिकार निगरानी संगठन (एचआरडब्ल्यू) ने प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी की निंदा की है।
एचआरडब्ल्यू ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानून पुलिस या कानून का पालन कराने से जुड़े अन्य अधिकारियों के
घातक हथियार का इस्तेमाल करने पर पाबंदी लगाता है, जब तक कि उनकी जान को खतरा ना उत्पन्न हुआ हो।
जन सुरक्षा मंत्रालय के शीर्ष नौकरशाह जगत एल्विस ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने 33 हजार लीटर ईंधन से भरे
टैंकर को आग के हवाले करने का प्रयास किया, इसलिए पुलिस को गोली चलानी पड़ी।


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