यूक्रेन में भीषण गोलाबारी के बीच रूस ने विशाल रैली का आयोजन किया

asiakhabar.com | March 19, 2022 | 5:31 pm IST
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ल्वीव (यूक्रेन)। यूक्रेन के शहरों पर रूसी सैनिकों की भीषण गोलाबारी के बीच राष्ट्रपति
व्लादिमीर पुतिन ने अपनी सेना की प्रशंसा में एक विशाल रैली का आयोजन किया। वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति ने
क्रेमलिन (रूस के राष्ट्रपति कार्यालय) पर जानबूझकर ‘‘मानवीय संकट’’ पैदा करने का आरोप लगाया।
रूस के राष्ट्रपति ने शुक्रवार को खचाखच भरे मास्को स्टेडियम को संबोधित किया और कहा कि क्रेमलिन के
सैनिकों ने ‘‘कंधे से कंधा मिलाकर’’ लड़ाई लड़ी और एक-दूसरे का समर्थन किया। उन्होंने उत्साही भीड़ से कहा,
‘‘इस तरह की एकता लंबे समय से नहीं दिखी थी।’’

आक्रमण के कारण रूस के भीतर युद्ध-विरोधी विरोध प्रदर्शन हुए और रैली को लेकर संदेह था कि कहीं यह
क्रेमलिन-निर्मित देशभक्ति का प्रदर्शन तो नहीं था। कार्यक्रम उस वक्त हुआ जब रूस को युद्ध के मैदान में अपेक्षा
से अधिक नुकसान झेलना पड़ा।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि रूसी सेनाएं बड़े शहरों को घेर रही हैं और इस तरह की दयनीय
स्थिति पैदा करना चाहती हैं कि यूक्रेन के नागरिकों को उनका सहयोग करना पड़े। उन्होंने कहा कि रूस मध्य और
दक्षिणपूर्वी यूक्रेन के शहरों तक आपूर्ति को पहुंचने से रोक रहा है।
जेलेंस्की ने राष्ट्र के नाम अपने वीडियो संदेश में कहा, ‘‘यह पूरी तरह से सोची-समझी चाल है।’’ वीडियो कीव में
बाहर रिकॉर्ड किया गया था, उनके पीछे राष्ट्रपति कार्यालय था। उन्होंने फिर से पुतिन से सीधे उनसे मिलने का
आग्रह किया। उन्होंने कहा, ‘‘यह मिलने का समय है, बात करने का समय। मैं चाहता हूं कि खासकर मास्को में हर
कोई मेरी बात सुने।’’
कीव में शुक्रवार को भारी गोलाबारी जारी रही और रूसी सेना ने पोलैंड की सीमा के करीब ल्वीव के बाहरी इलाके में
एक विमान मरम्मत केंद्र की स्थापना की। यूक्रेन के अधिकारियों ने शुक्रवार देर रात कहा कि रूसी घेरे वाले
दक्षिणी बंदरगाह शहर मारियुपोल का अजोव सागर तक नियंत्रण खो चुका है और रूसी सेना अब भी शहर पर धावा
बोलने की कोशिश कर रही है। यह स्पष्ट नहीं था कि उन्होंने इसे अपने कब्जे में लिया है नहीं।
पुलिस ने कहा कि मास्को कार्यक्रम के लिए लुज्निकी स्टेडियम में और उसके आसपास 200,000 से अधिक लोग
थे, जिसमें देशभक्ति के गीत जैसे ‘‘मेड इन द यूएसएसआर’’ गाए गए, जिसके शुरुआती बोल थे ‘‘यूक्रेन एंड
क्रीमिया, बेलारूस एंड मोल्दोवा, इट इज ऑल माई कंट्री।’’
पुतिन की उपस्थिति ने हाल के हफ्तों के दौरान उनके अपेक्षाकृत अलग-थलग रहने के विपरीत एक बदलाव को
चिह्नित किया, जब उन्हें दुनिया के नेताओं और अपने कर्मचारियों के साथ असाधारण रूप से लंबी मेजों पर या
वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मिलते हुए दिखाया गया है।
संघर्ष से हटकर तीन रूसी अंतरिक्ष यात्री शुक्रवार को यूक्रेनी ध्वज के रंगों से मेल खाते हुए चमकीले पीले और नीले
रंग के फ्लाइट सूट पहने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचे। युद्ध शुरू होने के बाद से कई लोगों ने देश के
साथ एकजुटता दिखाने के लिए यूक्रेन के झंडे और उसके रंगों का इस्तेमाल किया है।
यूक्रेन के साथ कई दौर की वार्ता में रूसी वार्ताकारों का नेतृत्व करने वाले व्लादिमीर मेदिंस्की ने रैली के बाद कहा
कि दोनों पक्ष यूक्रेन के नाटो में नहीं शामिल होने और तटस्थ स्थिति अपनाने के मुद्दे पर समझौते के करीब पहुंच
गए हैं। उन्होंने कहा कि रूसी मीडिया के हवाले से उन्होंने कहा कि यूक्रेन के विसैन्यीकरण के मुद्दे पर दोनों दोनों
पक्ष करीब आधा दूरी तय कर चुके हैं।
जेलेंस्की के एक सलाहकार मिखाइलो पोदोलीक ने रूसी मूल्यांकन को ‘‘मीडिया में तनाव भड़काने वाले’’ के रूप में
चित्रित किया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘हमारी स्थिति बदली नहीं है। युद्धविराम, सैनिकों की वापसी और ठोस फार्मूलों
के साथ मजबूत सुरक्षा गारंटी।’’


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