बेंगलुरु। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने एक दिवसीय दौरे पर कर्नाटक में हैं। मेंगलुरु पहुंचने पीएम मोदी एक हेलीकॉप्टर के जरिये दक्षिण कन्नड़ के धर्मस्थल पहुंचे जहां उन्होंने भगवान शिव के मंजूनाथेश्वर मंदिर जाकर पूजा-अर्चना की। पीएम मोदी ने धर्मस्थल में मंजूनाथ मंदिर में दर्शन किए और मंदिर के धर्माधिकारी डॉ. वीरेंद्र हेगड़े के साथ मंच साझा किया।
पूजा-अर्चना के बाद पीएम उजिरे में एक जनसभा को संबोधित किया। जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि 21वीं सदी में पूरे विश्व में कौशल विकास पर बात हो रही है तो ऐसे में हमें अपने जनसांख्यिकीय लाभ का फायदा उठाना चाहिए।
पीएम ने कहा, ‘हम रहें या ना रहें इस देश को बर्बाद नहीं होने देंगे, हमने अपने लिए जीना ही नहीं सीखा।’
जिस लक्ष्य को जीवन में तय किया है, उसे प्राप्त करने के लिए हम कार्य करते हैं –
पीएम मोदी ने कहा, ‘आदि शंकराचार्य जी ने कितनी बड़ी भव्य साधना की होगी आज मुझे फिर एक बार दक्षिण की तरफ मंजुनाथेश्वर के शरण में आने का मौका मिला मैं नहीं मानता हूं कि नरेन्द्र मोदी नाम के किसी शख्स को डॉक्टर वीरेन्द्र हेगड़े के सम्मान में कोई बात कहे। उन्होंने वन लाइफ वन मिशन में अपने आप को समर्पित किया। हेगड़े जी जिस दिशा में ले जा रहे हैं वे देश के लिए महामार्ग खोल रहे हैं। जो परिवार में संतानों की चिंता करने वाले लोग हैं वे जानते हैं कि अगर जेब में पैसे होते हैं तो वे कहां भटक जाते हैं। जिस पद पर आपने मुझे बैठाया है उसकी गरिमा के कारण आचार और विचार में एक सूत्रता, मन वचन कर्म में वही पवित्रता और जिस लक्ष्य को जीवन में तय किया है, उसे प्राप्त करने के लिए हम कार्य करते हैं।’
कौशल विकास पर भी बोले पीएम –
कौशल विकास पर बोलेते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘देश में कौशल विकास को लेकर जो काम हो रहे हैं उसे बहुत कुछ हेगड़े जी के काम से मिला है, उनके प्रयोग से मिला है। भारत जैसे देश में जिसके पास 65 प्रतिशत लोग 35 वर्ष से कम आयु के हों। उस देश में भारत के भव्य सपनों को साकार करने के लिए बाहुओं में सामर्थ्य लाना, यह चीज हेगड़े जी ने बहुत पहले देखी थी। आज विश्व में उत्तम प्रकास के बिजनस मैनेजमेंट स्कूल कैसे चल रहे हैं। इसकी रैंकिंग होती है लेकिन आज मैं दुनिया के बड़े विश्वविद्यालयों को निमंत्रित करता हूं कि वे संस्कार संक्रमण और ऋषि मुनियों द्वारा स्थापित संस्थाओं का भी अध्ययन करें।’
डॉ. हेगड़े को बधाई देते हुए पीएम ने कहा, ‘ज्यादा नकद धन बुराइयों को खींच लाता है। बेटे-बेटियों को भी सीमा में ही पैसे दिए जाते हैं। मैं स्वयं सहायता समूह की बहनों को भी बधाई देता हूं कि उन्होंने डिजिटल ट्रांजैक्शन के लिए बड़े आंदोलन की शुरुआत की। भारत में ऐसी हजारों संस्थाएं और आंदोलन हैं। ये स्व से निकलकर समष्टि के लिए जीने की प्रेरणा देते हैं।’
अब दिल्ली से एक रुपया निकलेगा तो गरीब को 100 पैसे पहुंचेंगे –
पीएम मोदी ने कहा कि रुपे कार्ड, मोबाइल और बैंक सेवाओं को आधार से जोड़ा। अभी तक 57000 करोड़ रुपए प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) के जरिये लाभार्थियों तक पहुंच चुके हैं। इशारों ही इशारों में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम ने कहा, ‘दिल्ली से एक रुपया निकलता है और गांव जाते-जाते 15 पैसे हो जाता है। ये रुपए को घिसने वाला पंजा कौन होता है। कौनसा पंजा है जो रुपए को घिसते घिसते 15 पैसे बना देता है? हमने तय किया है कि दिल्ली से एक रुपया निकलेगा तो गरीब को 100 पैसे पहुंचेंगे।’