अमेरिका ने क्रेमलिन के प्रवक्ता, रूसी कुलीन वर्ग के 50 लोगों पर लगाए प्रतिबंध

asiakhabar.com | March 4, 2022 | 5:41 pm IST
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वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने रूस के दिग्गज कारोबारियों और
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निकट सहयोगियों पर नए प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। अमेरिका ने यूक्रेन पर
आक्रमण का आदेश देने के लिए राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को निशाना बनाने के नवीनतम प्रयास में क्रेमलिन के
प्रेस सचिव दमित्री पेस्कोव समेत रूसी कुलीन वर्ग के 50 लोगों और उनके परिवारों पर नए प्रतिबंध लगाए हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि प्रतिबंध उन लोगों को लक्षित करेंगे, जो रूसी कारोबारियों के साथ
अवैध तरीके से संबद्ध हैं। बाइडन ने व्हाइट हाउस में बृहस्पतिवार को पत्रकारों से कहा, ‘‘आज, मैं घोषणा कर रहा
हूं कि हम सूची में दर्जनों और नाम जोड़ रहे हैं, जिसमें रूस के सबसे धनी अरबपति भी शामिल हैं। मैं, 50 से
अधिक रूसी कुलीन वर्गों के लोगों, उनके परिवारों और उनके करीबी सहयोगियों के अमेरिका की यात्रा करने पर भी
प्रतिबंध लगा रहा हूं।’’ उन्होंने कहा कि अमेरिका लगातार रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उनके सभी करीबी
लोगों पर कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगा रहा है, जिससे उनकी प्रौद्योगिकी और वैश्विक वित्तीय प्रणाली तक पहुंच बंद
हो गई है। बाइडन ने कहा, ‘‘इसका पहले ही काफी बड़ा प्रभाव पड़ा है। इसका मकसद पुतिन और रूस को अत्यधिक
प्रभावित करना और हमे तथा हमारे सहयोगियों, दोस्तों को होने वाले नुकसान को कम करना है। हमारी रुचि पुतिन
के खिलाफ इतिहास का अभी तक का सबसे कड़ा एकीकृत आर्थिक अभियान चलाना है और मुझे लगता है कि हम
इसी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।’’ अमेरिका के विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन ने एक बयान में उन नामों का खुलासा
किया, जिनपर ये प्रतिबंध लगाए गए हैं। इन सूची में, एलीशर उस्मानोव, बोरिस अर्कडी और इगोर रोटेनबर्ग, उनके
परिवार के सदस्यों का नाम शामिल है। ‘एनबीसी’ की खबर के अनुसार, क्रेमलिन के प्रेस सचिव दमित्री पेस्कोव और
रूसी व्यवसायी येवगेनी प्रिगोझिन का नाम भी शामिल है। ये दोनों ही पुतिन के करीबी हैं। ब्लिंकन ने कहा, ‘‘ये
दूरगामी प्रतिबंध रूसी सेना के लिए लड़ाकू विमान, पैदल सेना से लड़ने वाले वाहन, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली,
मिसाइल और मानव रहित हवाई वाहनों का विकास एवं उत्पादन करने वाली संस्थाओं को भी लक्षित करते हैं। ये
प्रतिबंध पुतिन की युद्ध प्रणाली को गहराई तक हिला देंगे।’’ इनके अलावा, वाणिज्य मंत्रालय ने तेल तथा गैस
‘इक्स्ट्रैक्शन’ उपकरणों के निर्यात पर भी प्रतिबंध लगाया है, जो रूस की शोधन क्षमता के लिए आवश्यक है। विदेश
मंत्री ब्लिंकन ने यूक्रेन के अपने समक्षक दिमित्रो कुलेबा से भी बात की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने
एक बयान में कहा कि दोनों नेताओं ने रूसी आक्रमण का सामना कर रही यूक्रेन की सरकार तथा यूक्रेन के लोगों
का समर्थन कर रहे दुनिया भर के देशों के उल्लेखनीय कदमों पर चर्चा की।


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