मुंबई। तेलुगु फिल्म 'आर आर आर' की दो सौ दिन की शूटिंग के दौरान एन. टी. रामा
राव (जूनियर) ने निर्देशक एस. एस. राजामौली की महत्वाकांक्षा को महसूस किया और इसने उन्हें अपना सर्वश्रेष्ठ
प्रदर्शन करने की प्रेरणा दी।
अभिनेता ने पीटीआई-भाषा को दिए एक साक्षात्कार में यह बात कही। फिल्म का परिप्रेक्ष्य स्वतंत्रता से पहले के
भारत पर आधारित है और इसमें दो स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों- अल्लूरी सीताराम राजू और कोमारम भीम की
किरदारों को कथानक के अनुसार काल्पनिक रूप दिया गया है। राजू का किरदार राम चरण ने निभाया है।
'बाहुबली' की अपार सफलता के बाद 'आर आर आर', राजामौली की बहुप्रतीक्षित फिल्म है जिसमें राव ने काम
किया है। राव ने साक्षात्कार में कहा कि उन्होंने इस 'जिम्मेदारी' के साथ फिल्म में काम किया कि उन्हें अपना
सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना है।
उन्होंने कहा, 'मुझे हर दिन बोझ महसूस होता था। अगर आपके ऊपर दबाव नहीं है तो आप कैसे जीवित रह सकते
हैं? आपको यह याद दिलाए जाने की जरूरत है कि आप किसी की दूरदृष्टि का हिस्सा हैं जिसने आपके ऊपर
विश्वास किया और आपमें निवेश किया है। पैसे की बात छोड़िये, वह अलग बात है लेकिन उसने आपके ऊपर यह
सोचकर विश्वास किया है कि आप उसके साथ न्याय करेंगे और आपके ऊपर जिम्मेदारी है।'
राव ने कहा कि राजामौली ने उनके ऊपर दृढ़ विश्वास किया जिसके कारण फिल्म की टीम निर्देशक के विजन के
अनुसार काम कर सकी। 'आर आर आर' सात जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। इसे हिंदी, तमिल, मलयालम
और कन्नड़ में प्रदर्शित किया जाएगा।