नई दिल्ली। लोकसभा में शुक्रवार को कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों के सदस्यों ने उत्तर
प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा अदालत में दिये आवेदन की
पृष्ठभूमि में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग करते हुए भारी हंगामा किया जिसके कारण
सदन की कार्यवाही आरंभ होने के करीब आधे घंटे बाद अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
लोकसभा की कार्यवाही आरंभ होते ही कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के
निकट पहुंच गए। कई सदस्यों ने हाथों में तख्तियां भी ले रखी थीं।
अध्यक्ष ओम बिरला ने शोर-शराबे के बीच ही प्रश्नकाल शुरू कराया। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, स्वास्थ्य एवं
परिवार कल्याण मंत्रालय और कुछ अन्य मंत्रालयों से जुड़े पूरक प्रश्न पूछे गए और इन विभागों के संबंधित मंत्रियों
ने उत्तर दिए।
बिरला ने नारेबाजी कर रहे सदस्यों को आगाह करते हुए कहा, ‘‘मैं आग्रह कर रहा हूं कि अधिकारियों की कुर्सी पर
हाथ नहीं लगाएं। अगर लोकसभा की किसी भी संपत्ति को नुकसान पहुंचा तो इसकी जिम्मेदारी आपकी होगी।’’
उन्होंने सदस्यों से अपने स्थान पर चले जाने के लिए कहा।
बिरला ने कहा, ‘‘आप लोग सदन में तख्तियां लाने की नई परंपरा मत शुरू करिए…आप सदन नहीं चलाना चाहते,
महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाना नहीं चाहते?’’
हंगामा नहीं थमने पर उन्होंने सुबह 11 बजकर करीब 30 मिनट पर सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के
लिए स्थगित कर दी।
लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर को हुई हिंसा के मामले पर ही बुधवार और बृहस्पतिवार को भी विपक्षी सदस्यों ने
सदन में हंगामा किया था जिसके कारण सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दिन भर के लिए स्थगित
कर दी गई थी।