सियोल। उत्तर कोरिया ने इस हफ्ते पनडुब्बी से दागी जाने वाली बैलिस्टिक मिसाइल के
परीक्षण को लेकर अमेरिका द्वारा की जा रही आलोचना पर पलटवार करते हुए कहा कि वह आत्मरक्षा के अपने
अधिकारों का सही इस्तेमाल कर रहा है और यह हथियार विशेष रूप से अमेरिका को लक्षित नहीं करता है।
उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता की ओर से बृहस्पतिवार को यह बयान ऐसे समय में आया है, जब
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने अमेरिका तथा ब्रिटेन के अनुरोध पर इस परीक्षण के संबंध में एक आपात बैठक
बुलाई है।
उत्तर कोरिया ने मंगलवार को एक ऐसी मिसाइल का परीक्षण किया था, जिसे पनडुब्बी से दागा जा सकता है।
पिछले दो वर्षों में इस तरह के आधुनिक हथियार का उसके द्वारा किया गया यह पहला परीक्षण था। अमेरिका ने
इस परीक्षण की निंदा करते हुए कहा था कि यह परीक्षण इस बात को रेखांकित करता है कि परमाणु कूटनीति में
ठहराव के बीच उत्तर कोरिया कैसे अपनी सैन्य क्षमताओं का विस्तार जारी रख रहा है। उसने प्योंगयांग को ''निरंतर
एवं वास्तविक वार्ता में शामिल होने'' को भी कहा था।
उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी 'कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी' ने एक अधिकारी के हवाले से कहा कि हाल
ही में किया गया परीक्षण पड़ोसी देशों के लिए कोई खतरा उत्पन्न नहीं करता और अमेरिका को ऐसे हथियार के
लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है, जो उसे लक्षित भी नहीं करता।
उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि प्योंगयांग, आत्मरक्षा के अपने अधिकारों के सही इस्तेमाल
पर अमेरिका की ''बेतुकी'' प्रतिक्रिया पर ''गंभीर चिंता'' व्यक्त करता है।
उत्तर कोरिया के खिलाफ लगे प्रतिबंधों को हटाने और उत्तर कोरिया परमाणु निरस्त्रीकरण से जुड़े कदमों पर सहमति
ना बनने के कारण अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच परमाणु कार्यक्रमों को लेकर बातचीत लंबे समय से ठप पड़ी
है।