ह्यूस्टन। अमेरिका में एक अजन्मे बच्चे की स्पाइनल कॉर्ड से जुड़ी जटिल सर्जरी को डॉक्टरों ने सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। टेक्सास चिल्ड्रन्स अस्पताल में डॉक्टरों ने 24 सप्ताह की गर्भवती लेक्सी रॉयर पर यह सर्जरी की। उन्होंने लेक्सी के गर्भाशय को बाहर निकाला जिसमें उनका अजन्मा बच्चा मौजूद था।
बच्चे के विकार को ठीक करने के लिए डॉक्टरों ने लगातार तीन घंटे तक सर्जरी की। ऑपरेशन के बाद लेक्सी स्वस्थ हैं और जनवरी में बच्चे को जन्म देंगी।
बीते महीने हुई सर्जरी की तस्वीरें सामने आईं जिसमें गर्भाशय को देखा जा सकता है। डॉक्टरों ने उसमें एक कैमरा डाला था जिससे गर्भाशय का रंग गहरा लाल दिखाई दे रहा है।
डॉक्टरों ने बताया कि लेक्सी का बच्चा स्पाइन व स्पाइनल कॉर्ड की समस्या ‘स्पाइना बायफीडा’ से ग्रस्त था। गर्भाशय में स्पाइन और स्पाइनल कॉर्ड के ठीक से विकसित न होने पर यह समस्या पैदा होती है। उन्होंने लेक्सी को गर्भपात की सलाह भी दी थी, लेकिन उन्होंने सर्जरी का विकल्प अपनाया।
स्पाइना बायफीडा : यह एक जन्म से जुड़ा विकार है जिसकी 20वें सप्ताह में पहचान हो जाती है। अमेरिका में हर साल 1,500 बच्चे इस विकार के साथ जन्म लेते हैं। वहीं, ब्रिटेन में 14 हजार लोग इससे ग्रस्त हैं। इलाज न मिलने पर वह चलने में भी अक्षम हो सकता है।
ऐसे पूरी की सर्जरी –
डॉक्टरों ने गर्भाशय बाहर निकाला और उसमें कैमरा डाला। उन्होंने गर्भाशय में कार्बन डाईऑक्साइड की सप्लाई की और भू्रण को एनेस्थेशिया दिया जिसके बाद सर्जरी शुरू की गई। भू्रण का ऑपरेशन कर डॉक्टरों ने गर्भाशय में एंटीबायोटिक युक्त पानी डाला जिसके बाद ऑपरेशन पूरा हुआ।
हालांकि कुछ विशेषज्ञों ने कार्बन डाईऑक्साइड व एनेस्थेशिया के दुष्प्रभाव को लेकर भी चिंता जताई है। रबर फुटबॉल पर की प्रैक्टिस ह्यूस्टन के इन डॉक्टरों का दल बीते तीन वर्ष से इस जटिल प्रक्रिया पर काम कर रहा है। इसे अंजाम देने से पहले उन्होंने एक रबर की फुटबॉल और एक खिलौने पर प्रयोग किया था।