एजेंसी
न्यूयॉर्क। कोविड-19 के लिए मॉडर्ना का टीका फाइजर या जॉनसन एंड जॉनसन की तुलना
में सार्स-सीओवी2 वायरस के डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ काफी अधिक प्रभावी है। इसका एक नए अध्ययन से पता
चला है। मॉर्बिडिटी एंड मॉर्टेलिटी वीकली रिपोर्ट में प्रकाशित अध्ययन से पता चला है कि मॉडर्ना 18 वर्ष और उससे
अधिक उम्र के वयस्कों में अस्पताल में भर्ती होने से रोकने में 95 प्रतिशत प्रभावी है। अमेरिका में इंडियाना
विश्वविद्यालय के शोधकर्ता शॉन ग्रैनिस ने कहा, ये वास्तविक दुनिया के आंकड़े बताते हैं कि नए कोविड -19
वैरिएंट की उपस्थिति में भी, कोविड -19 संबंधित अस्पताल में भर्ती और आपातकालीन विभाग के दौरे को कम
करने में टीके अत्यधिक प्रभावी हैं। ग्रैनिस ने कहा, हम उन सभी के लिए टीकाकरण की दृढ़ता से अनुशंसा करते हैं
जो गंभीर बीमारी को कम करने और हमारी स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली पर बोझ को कम करने के योग्य हैं। टीम ने
यह भी पाया कि फाइजर 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के वयस्कों के बीच अस्पताल में भर्ती होने से रोकने में
80 प्रतिशत प्रभावी था। जबकि जॉनसन एंड जॉनसन 60 फीसदी प्रभावी रहा। अध्ययन के लिए, टीम ने जून,
जुलाई और अगस्त 2021 के दौरान नौ राज्यों से 32,000 से अधिक चिकित्सा का विश्लेषण किया, जब डेल्टा
वैरिएंट प्रमुख स्ट्रैन बन गया। परिणामों से पता चला है कि कोविड -19 के बिना टीकाकरण वाले व्यक्तियों को
आपातकालीन विभाग की देखभाल या अस्पताल में भर्ती होने की संभावना 5-7 गुना अधिक होती है। अध्ययन में
यह भी पाया गया कि 75 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए टीके की प्रभावशीलता कम है, जो पिछले
शोध में नहीं दिखाया गया है। शोधकर्ताओं ने नोट किया, यह कई कारकों के कारण हो सकता है, जिसमें टीकाकरण
के बाद से बढ़ा हुआ समय भी शामिल है।