आकाश वर्मा
चेन्नई। तमिलनाडु सरकार द्वारा सिनेमा हॉल को फिर से खोलने की अनुमति देने के
बावजूद, उनमें से केवल 20 प्रतिशत ने ही संचालन शुरू किया है, जबकि लगभग 30 प्रतिशत गुरुवार और शुक्रवार
को फिर से खुलेंगे।
इंडस्ट्री के सूत्रों के अनुसार, बाकी 50 प्रतिशत थिएटर, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में, नई तमिल फिल्मों के रिलीज होने
के बाद ही फिर से खुलेंगे।
मदुरै, डिंडीगुल, कोयंबटूर, इरोड और त्रिची में ज्यादातर मल्टीप्लेक्स हैं, जिनके पास हिंदी और अंग्रेजी फिल्मों की
स्क्रीनिंग के साथ गुरुवार या शुक्रवार तक फिर से खोलने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
हालांकि, कई ग्रामीण इलाकों में सिनेमा हॉल नई तमिल फिल्मों के रिलीज होने के साथ ही सितंबर में फिर से
खुलेंगे।
कम्बम में आशीर्वाद थिएटर के मालिक मरियप्पन ने आईएएनएस को बताया, मैं एक तमिल फिल्म की रिलीज के
साथ ही अपना थिएटर फिर से खोलूंगा, क्योंकि यहां के लोग तमिल भाषा की फिल्में देखना पसंद करते हैं। यहां
तक कि अगर मैं उससे पहले अपना थिएटर फिर से खोल देता हूं, तो लोग कम आएंगे। इसलिए मैंने सितंबर में
एक तमिल फिल्म के साथ थिएटर फिर से खोलने का फैसला किया है।
इसी तरह, कई थिएटर, जो कोविड -19 के कारण बंद थे, इस बात से चिंतित हैं कि दर्शक सिनेमाघरों में लौटेंगे या
नहीं, क्योंकि उन्हें प्रति माह 5 से 10 लाख रुपये के बीच रखरखाव लागत वहन करना पड़ रहा है।
कोयंबटूर में एक थिएटर के मालिक राघवन एमपी ने आईएएनएस से बात करते हुए लोगों में कोविड की तीसरी
लहर के डर का हवाला देते हुए इसी तरह की चिंता व्यक्त की।
पीवीआर सिनेमा, जिसमें चेन्नई, कोयंबटूर और वेल्लोर में 13 संपत्तियों में 83 स्क्रीन हैं। वह गुरुवार से अपने
सिनेमाघरों को फिर से खोलेंगे।
एक बयान के अनुसार, यह ग्रूप द कॉन्ज्यूरिंग: द डेविल मेड मी डू इट, बेल बॉटम, हिटमैन की वाइफ्स की
बॉडीगार्ड फिल्में रिलीज करेगा।
इंडस्ट्री के ज्यादातर लोगों ने कहा कि सितंबर के मध्य तक तमिलनाडु की फिल्म इंडस्ट्री सामान्य हो जाएगी।
हालांकि, अधिकांश थिएटर मालिकों के मन में कोविड की तीसरी लहर की संभावना के रूप में चिंताएं सता रही है।
तमिलनाडु में, जहां लगभग 1,200 स्क्रीन और छह लाख से अधिक सीटें हैं, एक दिन के बंद होने से लगभग 8
करोड़ रुपये का नुकसान होता है।
तमिलनाडु देश के उन राज्यों में से एक है, जिसने फिल्म इंडस्ट्री से कई नेताओं जैसे पूर्व मुख्यमंत्रियों एम.जी.
रामचंद्रन, एम. करुणानिधि और जे. जयललिता को जगह दी है।