नई दिल्ली। मंगलवार को नहाय खाय के साथ शुरू हुए छठ पर्व के दूसरे दिन बुधवार को खरना हुआ। इसमें दिनभर व्रत रखने के बाद रात को व्रतियों ने छठी मैया को प्रसाद अर्पित करने के बाद प्रसाद में गुड़ से बनी खीर, रोटी और फल का सेवन किया। साथ ही प्रसाद को आस-पड़ोस के लोगों में बांटा। अब व्रती शुक्रवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देने तक निर्जला व्रत पर रहेंगी।
छठ पर्व को लेकर घरों में उत्सव जैसा माहौल बना हुआ है। परिवार के सभी सदस्य गुरुवार शाम को ढलते सूर्य को अर्घ्य देने की तैयारियों में जुट गए हैं। साथ ही बाजार में खरीदारों की रौनक भी देखने को मिल रही है।
बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश समेत उत्तर भारत के कई इलाकों में छठ पर्व की सारी तैयारियां पूरी हो गई हैं। परिवार के सभी सदस्य घाट पर जाने को लेकर काफी उत्साहित हैं। घर के छोटे बच्चे अपनी दादी को अर्घ्य देते हुए देखना चाहते हैं। साथ ही उनसे इस पूजा को लेकर सवाल भी पूछ रहे हैं।
बता दें कि 36 घंटे तक व्रती निर्जला व्रत पर रहने के दौरान गुरुवार शाम को ढलते सूर्य को अर्घ्य देंगी। फिर अगले दिन सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देना होता है, उसके बाद ही प्रसाद खाकर व्रत खोला जाता है। इस संबंध में दिल्ली के पहाड़गंज में रहने वाली आरती झा ने बताया कि निर्जला व्रत के दौरान भगवान सूर्य की उपासना की जाती है और छठी मैया के गीत गाते हैं। व्रत के दौरान काफी नियमों का पालन करना होता है।