एजेंसी
ऑकलैंड। न्यूजीलैंड पुलिस द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, ऑकलैंड शहर में
पिछले डेढ़ साल में हिंसक गतिविधियों में वृद्धि देखी गई है, जिसमें मई 2021 में कम से कम 232 हमले दर्ज
किए गए हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल अब तक ऑकलैंड के सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट (सीबीडी)
में 1,000 से ज्यादा लोगों पर हमला किया गया है, जिनमें से कई को अजनबियों ने बेतरतीब ढंग से मारा है।
न्यूजीलैंड पुलिस ने यह भी कहा कि उत्तरी तट से लेकर दक्षिण में मनुकाउ तक लगभग सभी ऑकलैंड उपनगरों में
हिंसक हमले, आग्नेयास्त्रों से जुड़े अपराध हुए हैं।
हाल ही में यह बताया गया था कि दक्षिणी ऑकलैंड में हुई गोलीबारी की एक सिरीज में घरों को गोलियों से छलनी
कर दिया गया है और कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
अधिक गंभीरता से, हिंसा केवल जनता तक ही सीमित नहीं थी, पुलिस अधिकारियों पर भी आमतौर पर अपराधियों
द्वारा हमला किया जाता था।
ऑकलैंड सेंट्रल एरिया कमांडर इंस्पेक्टर गैरी डेवी ने स्थानीय मीडिया को बताया कि फिलहाल लगभग आठ पुलिस
अधिकारी गंभीर रूप से चोटिल हैं।
ऑकलैंड के मेयर फिल गोफ का मानना था कि शहर में हिंसा की लहर ऑस्ट्रेलिया से सैकड़ों निर्वासित लोगों से
संबंधित है।
पिछले साल के दौरान अंतरराष्ट्रीय सीमाएं बंद होने के बाद से सैकड़ों न्यूजीलैंडवासियों को ऑस्ट्रेलिया से निर्वासित
किया गया था।
निर्वासित किए जा रहे बहुत से लोगों का न्यूजीलैंड में कोई पारिवारिक संबंध नहीं है। उनमें से कुछ गिरोह से
संबंधित या प्रतिबद्ध अपराध हैं।
डेवी का मानना था कि बढ़ी हुई हिंसा कोविड -19 लॉकडाउन के कारण ऑकलैंड के मध्य क्षेत्र में जनसांख्यिकीय
परिवर्तन से भी संबंधित है।
उन्होंने समझाया कि जब सभी अंतर्राष्ट्रीय छात्र और पर्यटक ऑकलैंड शहर से गायब हो गए, तो गिरोह से जुड़े
अधिक लोग अपेक्षाकृत सस्ती किराये की फीस के साथ सीबीडी अपार्टमेंट में रह सकते थे।
बढ़ी हुई हिंसा ने औसत लोगों को डरा दिया, हालांकि ऑकलैंड क्षेत्र में संपत्ति की कीमत हाल ही में रिकॉर्ड उच्च
स्तर पर पहुंच गई।