वारसॉ,। पिछले हफ्ते विवादों के बाद बेलारूस की ओलंपिक धाविका क्रिस्टसीना सिमानोस्काया
अंतत: सुरक्षित महसूस कर रही हैं।
क्रिस्टसीना ने तोक्यो ओलंपिक में टीम अधिकारियों की आलोचना की थी और फिर स्वदेश लौटने पर सजा से बचने
के लिए पोलैंड में शरण ले ली है। क्रिस्टसीना ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वह अब अपने रनिंग करियर पर
ध्यान दे पाएंगी।
बुधवार को वारसॉ के ओलंपिक केंद्र में एपी को दिए साक्षात्कार में 24 साल की धाविका ने कहा कि वह पहले ही
पोलैंड के अधिकारियों को ट्रेनिंग बहाल करने में मदद के लिए कह चुकी हैं।
अपने पति आरसेनी जदानेविच की मौजूदगी में क्रिस्टसीना ने कहा, ‘‘एक दिन में जीवन बदल गया और हम नए
देश में शून्य से शुरुआत कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी योजना पोलैंड में ही रहने की है और यहीं हम अपने करियर जारी रखेंगे।’’
क्रिस्टसीना ने कहा, ‘‘हमने खेल मंत्रालय, पोलैंड की राष्ट्रीय एथलेटिक्स टीम से कोच और जगह को लेकर संपर्क
किया है जहां मैं ट्रेनिंग कर सकूं। यहां पोलैंड में अपना खेल करियर जारी रखने से जुड़े और भी कई मुद्दे हैं।’’
क्रिस्टसीना ने कहा कि एथलेटिक्स ट्रेनर और उनके पति का मानना है कि उन्होंने बेलारूस में जो आनलाइन ट्रेनिंग
कार्यक्रम शुरू किया था उसे बंद करना गलत होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास इतनी सारी योजनाएं हैं और हमने काफी तैयारी की है, छोटी से छोटी चीज की।’’
क्रिस्टसीना ने कहा, ‘‘हमने इसमें काफी समय लगाया है और प्रयास किए हैं और इसे जारी रखना चाहते हैं। ’’
क्रिस्टसीना ने कहा कि वह और उनके पति दोनों पोलैंड में सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। दोनों मानवीय वीजा पर
पिछले हफ्ते अलग अलग पोलैंड पहुंचे थे। उनके पति उनके कोच भी हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हम निश्चित तौर पर अब सुरक्षित हैं क्योंकि यहां हम संरक्षण में हैं।