सीतापुर। अमृतसर से सहरसा (बिहार) जा रही जनसेवा एक्सप्रेस में एक बेरहम पिता ने अपनी तीन मासूम बेटियों को चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया। घटना मंगलवार सुबह तीन से चार बजे के बीच की है। एक छह वर्षीय बालिका का शव मानपुर थाना क्षेत्र में रेलवे ट्रैक के किनारे मिला, जबकि दो मासूम बालिकाएं रामकोट थाना क्षेत्र में रेलवे ट्रैक के किनारे घायलावस्था में पड़ी मिलीं।
स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस को सूचना देकर दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस अधिकारियों ने अस्पताल पहुंचकर बालिकाओं से घटना के संबंध में जानकारी ली। उनके परिवारीजन की तलाश के प्रयास किए जा रहे हैं। मंगलवार की सुबह जनसेवा एक्सप्रेस रामकोट थाना क्षेत्र से होकर गुजर रही थी।
इसी दौरान ट्रेन से आठ वर्षीय बालिका को भवानीपुर व पांच वर्षीय बालिका को गौरा गांव के निकट फेंका गया। बालिकाओं को रेलवे ट्रैक के किनारे पड़ा देखकर उन्हें जिला अस्पताल पहुंचाया गया। यहां पूछताछ के दौरान आठ वर्षीय बालिका ने अपना नाम अल्बतुन खातून पुत्री इद्दू निवासी छोड़िया, जनपद मोतिहारी, बिहार बताया।
दूसरी घायल बालिका उसकी बहन सलीना खातून थी। अल्बतुन ने बताया कि उसके साथ में पिता इद्दू व मां अबलीना खातून भी थी। इद्दू ने ही दोनों को एक-एक कर ट्रेन से नीचे फेंक दिया। दोपहर बाद मानपुर थाना क्षेत्र में रमईपुर हाल्ट के निकट एक छह वर्षीय बालिका का शव मिला। अस्पताल में भर्ती अल्बतुन ने शव की शिनाख्त अपनी बहन मुन्नी उर्फ मुनिया के रूप में की है।