तोक्यो। रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता और विश्व चैंपियन पीवी सिंधू ने प्रतिष्ठा के
अनुरूप प्रदर्शन करते हुए गुरुवार को यहां तोक्यो ओलंपिक की महिला एकल बैडमिंटन स्पर्धा के एकतरफा प्री
क्वार्टर फाइनल मुकाबले में डेनमार्क की मिया ब्लिचफेल्ट को सीधे गेम में हराकर अंतिम आठ में जगह बनाई।
छठी वरीय सिंधू ने मुसाहिनो फॉरेस्ट स्पोर्ट्स प्लाजा में 41 मिनट चले मुकाबले में मिया को 21-15, 21-13 से
हराया। डेनमार्क की दुनिया की 12वें नंबर की खिलाड़ी के खिलाफ सिंधू की छह मैचों में यह पांचवीं जीत है।
भारतीय खिलाड़ी को मिया के खिलाफ एकमात्र हार का सामना इसी साल थाईलैंड ओपन में करना पड़ा था। दो
व्यक्तिगत ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनने के लिए चुनौती पेश कर रही सिंधू का
सामना क्वार्टर फाइनल में जापान की चौथी वरीय अकाने यामागुची से होगा जिन्होंने कोरिया की 12वीं वरीय किम
गुएन को सीधे गेम में 21-17, 21-18 से हराया। जापान की दुनिया की पांचवें नंबर की खिलाड़ी के खिलाफ सिंधू
ने 18 में से 11 मुकाबले जीते हैं जबकि सात में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। दोनों खिलाड़ियों के बीच मार्च में
आल इंग्लैंड चैंपियनशिप में हुए पिछले मुकाबले में सिंधू ने बाजी मारी थी। सिंधू ने मैच के बाद कहा, ‘‘पहले गेम
में मैंने अच्छी शुरुआत की लेकिन 15-16 के स्कोर के आसपास मैंने कुछ अंक गंवाए क्योंकि मैं डिफेंस को लेकर
जल्दबाजी कर ही थी। मेरे कोच ने मुझे बताया कि मैं गलत तरीके से खेल रही हूं और मैंने भी यह महसूस किया।
मैंने तुरंत अपनी रणनीति में बदलाव किया और पहला गेम जीता।’’ उन्होंने कहा, ‘‘दूसरे गेम में मैंने अच्छा किया,
मैंने बढ़त बरकरार रखी और मुकाबले को खत्म किया।’’ छठी वरीय सिंधू ने शुरू से ही शानदार खेल दिखाया।
उन्होंने गजब की तेजी और मूवमेंट दिखाई और अपने स्मैश तथा क्रॉस कोर्ट रिटर्न से मिया को काफी परेशान
किया। लंबी रैलियों में भी सिंधू का ही दबदबा देखने को मिला। मिया ने काफी सहज गल्तियां की। उन्होंने अपने
दमदार स्मैश से सिंधू को परेशान किया लेकिन कई शॉट बाहर मारकर दुनिया की सातवें नंबर की खिलाड़ी को
दबाव से निकलने का मौका भी दिया। मिया के खिलाफ सिंधू ने शुरुआती दो अंक गंवाए लेकिन इसके बाद लगातार
चार अंक के साथ 4-2 की बढ़त हासिल कर ली। मिया को सिंधू के रिटर्न को उठाने में परेशानी का सामना करना
पड़ रहा था जबकि उन्होंने कुछ शॉट बाहर भी मारे जिससे सिंधू ने 8-4 की बढ़त बनाई। ब्रेक के समय सिंधू 11-6
से आगे थी। सिंधू ने अपनी बढ़त को 13-6 तक पहुंचाया लेकिन मिया ने लगातार पांच अंक के साथ स्कोर 11-13
कर दिया। सिंधू ने 16-12 की बढ़त बनाई लेकिन मिया ने दो दमदार स्मैश और ड्रॉप शॉट के साथ स्कोर 15-16
करके भारतीय खिलाड़ी की बढ़त को सिर्फ एक अंक तक सीमित कर दिया। मिया ने हालांकि इसके बाद तीन शॉट
बाहर मारे और एक नेट पर उलझाया जिससे सिंधू ने पहला गेम 22 मिनट में 21-15 से जीत लिया। दूसरे गेम में
सिंधू शुरू से ही हावी दिखी। उन्होंने लगातार पांच अंक के साथ 5-0 की बढ़त बनाई। मिया ने इस बीच अपनी
सर्विस पर गल्तियां की लेकिन कुछ हद तक वापसी करते हुए स्कोर 6-9 करने में सफल रही। सिंधू ने हालांकि
लगातार दो क्रॉस कोर्ट रिटर्न से अंक जुटाकर ब्रेक तक 11-6 की बढ़त बना ली। सिंधू के रिर्टन शानदार थे लेकिन
उन्होंने बीच-बीच में कुछ सहज गल्तियां भी की और नेट पर शॉट मारे। सिंधू हालांकि रैली में लगातार दबदबा
बनाने में सफल रहीं जिससे उन्होंने 16-10 की बढ़त बना ली। सिंधू ने 16-11 के स्कोर पर लगातार चार अंक के
साथ नौ मैच प्वाइंट हासिल किया। मिया ने दो मैच प्वाइंट बचाए लेकिन सिंधू ने क्रॉस कोर्ट ड्रॉप शॉट के साथ मैच
अपने नाम कर लिया। बैडमिंटन में सिंधू भारत की एकमात्र उम्मीद बची है। बी साई प्रणीत पुरुष एकल के अपने
दोनों ग्रुप मुकाबले हारकर बाहर हो गए जबकि सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की पुरुष युगल जोड़ी
अपने तीन में से दो ग्रुप मुकाबले जीतने के बावजूद नॉकआउट में जगह बनाने में नाकाम रही।