इस्लामाबाद। प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को अपने चीनी समकक्ष ली कचियांग को
आश्वासन दिया कि बस विस्फोट की पूरी जांच में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ा जाएगा जिसमें नौ चीनी नागरिकों की
मौत हो गई थी। उन्होंने कहा कि ‘‘शत्रु ताकतों’’ को दोनों देशों के बीच ‘‘सौहार्दपूर्ण’’ संबंधों को नुकसान पहुंचाने की
छूट नहीं दी जाएगी। खान ने चीनी प्रधानमंत्री से फोन पर बातचीत की और अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के ऊपरी
कोहिस्तान के दासू इलाके में बुधवार को चीनी नागरिकों की मौत पर दुख जताया। निर्माणाधीन दासू बांध स्थल
तक चीन के इंजीनियर एवं कामगारों को लेकर जा रही बस में विस्फोट होने से नौ चीनी नागरिकों और फ्रंटियर
कोर के दो सैनिकों सहित कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई और 39 अन्य व्यक्ति घायल हो गए। एक
सरकारी बयान के मुताबिक, खान ने कहा कि पाकिस्तान और चीन के बीच मजबूत दोस्ती है जो समय की कसौटी
पर खरा उतरी है। उन्होंने कहा, ‘‘किसी भी शत्रु ताकत को पाकिस्तान और चीन के बीच सौहार्दपूर्ण संबंधों को
नुकसान पहुंचाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।’’ खान ने ली को आश्वासन दिया कि घटना की जांच के लिए कोई
कोर-कसर नहीं छोड़ा जाएगा और पाकिस्तान में चीनी नागरिकों, कामगारों, परियोजनाओं और संस्थानों की सुरक्षा
उनकी सरकार की उच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लोग शोकसंतप्त परिजन के दर्द से वाकिफ
हैं और पाकिस्तान घायल चीनी नागरिकों को बेहतर चिकित्सा सुविधा दे रहा है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि
तकनीकी गड़बड़ी के कारण विस्फोट हुआ या वाहन में विस्फोट हुआ। चीन ने इसे जहां बम विस्फोट बताया है वहीं
पाकिस्तान का कहना है कि गैस लीक के कारण विस्फोट हुआ है। चीन ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह विस्फोट
की जांच के लिए विशेषज्ञों की एक विशेष टीम पाकिस्तान भेज रहा है।