रोम। इटली ने यूरोपीय फुटबॉल चैंपियनशिप के अपने विजेताओं को सोमवार को सर आंखों
पर बिठाया और राष्ट्रपति से लेकर आम नागरिक तक ने देश को गौरवान्वित करने वाले अपने इन फुटबॉलरों की
पीठ थपथपायी।
इटली ने रविवार को फाइनल में इंग्लैंड को पेनल्टी शूटआउट में 3-2 से हराकर 53 साल के बाद यूरोपीय
चैंपियनशिप का खिताब जीता। इटली के खिलाड़ी जब ट्राफी के साथ स्वदेश लौटे तो उनका जोरदार स्वागत किया
गया।
टीम ने भी रोम की सड़कों पर खुली बस में अपने प्रशंसकों का अभिवादन स्वीकार किया जो हजारों की संख्या में
सड़कों के किनारों पर अपने चैंपियनों की एक झलक पाने के लिये लालयित थे।
टीम के लियोनार्डो द विन्सी हवाई अड्डे पर पहुंचने के साथ ही जश्न शुरू हो गया था। कप्तान जियोर्जियो चिलेनी
ने हवा में हाथ लहराया तो कोच राबर्टो मेनसिनी ने ट्राफी को ऊपर उठाया।
इटली के राष्ट्रपति सर्जियो माटरेला अपनी टीम का हौसला बढ़ाने के लिये रविवार को वेम्बले स्टेडियम में मौजूद
थे। इसके बाद वह तुरंत ही स्वदेश वापस लौटे और उन्होंने राष्ट्रपति भवन में टीम का स्वागत किया।
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘मैं (फुटबॉल) विशेषज्ञ नहीं हूं, लेकिन मुझे लगता है कि पेनल्टी शूटआउट के दौरान जो कुछ भी
हुआ उसे देखते हुए आप जीत के हकदार थे। ’’
इस पर कोच मेनसिनी ने कहा, ‘‘मैं आपका नंबर एक प्रशंसक होने के लिये आभार व्यक्त करता हूं। हमने देखा कि
आप कितने खुश थे और इससे हमें बहुत खुशी मिली। ’’
कप्तान चिलेनी ने कहा, ‘‘यह पूरी टीम की सफलता है जिसने मुश्किल दौर में भी जज्बा बनाये रखा। ’’
माटरेला ने एक अन्य मेहमान टेनिस खिलाड़ी मैटियो बेरेटिनी की भी प्रशंसा की जो रविवार को विंबलडन फाइनल
में नोवाक जोकोविच से हार गये थे। इस टेनिस स्टार ने राष्ट्रपति को एक रैकेट दिया। वह बाद में फुटबॉल
खिलाड़ियों के साथ खुली बस में भी गये।