लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कुल 50.09 लाख लोगों का महामारी वायरस के खिलाफ पूरी तरह से
टीकाकरण कराया गया है। अकेले सोमवार को 8.38 लाख से ज्यादा टीकाकरण हुए। कोविन पोर्टल के डेटा से पता
चला है कि उत्तर प्रदेश में कोविड वैक्सीन की 3.35 करोड़ से ज्यादा खुराक दी गई है। लोगों की बात करें तो
2,84,51,525 ने कम से कम एक डोज ली है, जबकि 50,09,188 ने दोनों डोज ली हैं। सरकारी प्रवक्ता के अनुसार
कुल मिलाकर राज्य में टीकाकरण के लिए जितने लोग आगे आए, उनमें से 14.9 फीसदी ने दोनों खुराक ले ली है।
हालांकि, राज्य के लिए टीकाकरण के कुल लक्ष्य (लगभग 14 करोड़) की तुलना में केवल 3.5 प्रतिशत ही पूरी तरह
से टीकाकरण कर पाए हैं। उत्तर प्रदेश देश का चौथा ऐसा राज्य है, जहां 50 लाख से ज्यादा लोगों ने कोविड के
टीके की दोनों खुराकें ली हैं। महाराष्ट्र 69.85 लाख पूरी तरह से टीकाकरण आबादी के साथ सबसे आगे है, इसके
बाद गुजरात और पश्चिम बंगाल हैं जहां क्रमश: 60.8 लाख और 56.7 लाख से अधिक लोगों ने दोनों खुराक ली
हैं। उत्तर प्रदेश का निकटतम दावेदार राजस्थान है जहां 43.84 लाख लोग पूरी तरह से प्रतिरक्षित हैं। कर्नाटक
42.18 लाख की पूरी तरह से टीकाकृत आबादी के साथ खड़ा है। टीकाकरण में वृद्धि को कोविड टीकाकरण
अभियान के लिए क्लस्टर मॉडल के राज्यव्यापी लॉन्च के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है, जिसने परिवहन और
डिजिटल डिवाइड जैसे महत्वपूर्ण सड़क ब्लॉकों को समाप्त करके कार्य को आसान, न्यायसंगत और निर्बाध बना
दिया है। सोमवार को 8.38 लाख टीके राज्य में दिए गए एक दिन में दूसरे नंबर पर हैं। 24 जून को खुराक की
अधिकतम संख्या, 8.63 लाख दी गई थी, जिस दिन राज्य ने समय सीमा से छह दिन पहले मिशन जून के तहत
अपने एक करोड़ टीके हासिल किए थे। अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस), स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, अमित
मोहन प्रसाद ने कहा, राज्य भर में क्लस्टर मॉडल शुरू किया गया है और अब टीकाकरण के लिए उत्साह दिखाई दे
रहा है। हालांकि, यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि टीका कोविड -19 उचित व्यवहार की अनदेखी करने का लाइसेंस
नहीं देता है। इस बीच, उत्तर प्रदेश के केवल छह जिले 75 या अधिक सक्रिय कोविड मामलों से बचे हैं। ये
प्रयागराज (184), लखनऊ (164), कुशीनगर (111), मैनपुरी (86), मेरठ (85) और वाराणसी (82) हैं। स्वास्थ्य
और परिवार कल्याण के एसीएस अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि राज्य में अब 2,181 सक्रिय मामले हैं। उन्होंने
कहा कि मामलों में गिरावट और ठीक होने में वृद्धि का पैटर्न जारी है। राज्य के चालीस जिलों ने कोई ताजा
मामला दर्ज नहीं किया है, जबकि प्रयागराज (16) और लखनऊ (17) दोहरे अंकों की प्रविष्टि वाले एकमात्र जिले
थे। गोरखपुर (8), गौतम बुद्ध नगर (8), गाजियाबाद (9) और सुल्तानपुर (6) में पांच से अधिक नए मामले दर्ज
किए गए।