राकेश
मुंबई। बॉलिवुड समेत कई भाषा की 300 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके ऐक्टर शरत
सक्सेना किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। कई फिल्मों में उनके निभाए किरदार आज भी लोगों को याद हैं।
हालांकि शरत सक्सेना ज्यादातर निगेटिव किरदारों में ही नजर आए हैं मगर जब भी उन्हें मौका मिला है उन्होंने
पॉजिटिव किरदारों में भी अपनी ऐक्टिंग का लोहा मनवाया है। हाल में शरत सक्सेना विद्या बालन की फिल्म
'शेरनी' में नजर आए थे।
शरत सक्सेना हिंदी की सबसे पॉप्युलर फिल्मों जैसे मिस्टर इंडिया, अग्निपथ, त्रिदेव, गुलाम, बॉडीगार्ड, कृष, बजरंगी
भाईजान, बागबान में यादगार रोल निभा चुके हैं। एक हालिया इंटरव्यू में शरत सक्सेना ने कहा, 'मैं काफी गठीले
शरीर का था और 70-80 के दशक में यह एकदम गुनाह था क्योंकि बॉडीबिल्डर लोगों को दिमाग से कम, गंवार,
बिना भावनाओं वाला और ऐक्टिंग न करने वाला माना जाता था। लेकिन आज सबकुछ बदल चुका है।'
शरत ने आगे कहा, 'मैं अभी 71 साल का हूं मगर मैं 45 साल का दिखने की कोशिश करता हूं वरना मुझे कोई
काम नहीं मिलेगा और इंडस्ट्री से बाहर कर दिया जाएगा।' शरत सक्सेना ने फिल्मों में ऐक्शन सीन भी खुद ही
दिए हैं। उन्होंने बताया, 'मैंने अपने पूरे फिल्मी करियर में 600 से ज्यादा ऐक्शन सीक्वेंस किए हैं। इन सीन्स को
करने में 12 बार मैं हॉस्पिटल भी पहुंच चुका हूं।'
वैसे कम ही लोगों को पता है कि शरत सक्सेना के पास इंजिनियरिंग की डिग्री है। वह फिल्मों में हीरो बनना चाहते
थे और इसीलिए वह मुंबई आ गए। तब शरत हीरो तो नहीं बन सके मगर उन्हें विलन के खूब किरदार मिले।