शिमला. हिमाचल विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस में सियासी हलचल तेज हो गई है। सोमवार को शिमला जिले की ठियोग सीट पर दिनभर ड्रामा चलता रहा।
इस सीट से कांग्रेस के दो नेताओं, आइपीएच मंत्री विद्या स्टोक्स व दीपक राठौर ने नामांकन भरा। ड्रामे की गूंज दिल्ली तक पहुंची तो कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी को दखल देना पड़ा। उन्होंने स्टोक्स को नामांकन करने के लिए कहा।
रविवार को कांग्रेस ने प्रत्याशियों की सूची जारी करते समय ठियोग से दीपक राठौर को टिकट दिया था। टीम राहुल के अहम सदस्य को जैसे ही प्रत्याशी घोषित किया गया, कांग्रेस में खलबली मच गई।
राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा कर चुकीं मंत्री विद्या स्टोक्स ने विजय पाल खाची की पैरवी की, जो पूर्व मंत्री स्वर्गीय जेबीएल खाची के बेटे हैं। मुख्यमंत्री के निजी आवास हॉलीलॉज में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने विजय पाल को टिकट मिलने की बधाई भी दे दी।
कांग्रेस की अधिकृत सूची में खाची की जगह युवा तुर्क राठौर को टिकट मिला था। इससे स्टोक्स समर्थकों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। वे रात को मंत्री के निजी आवास में एकत्र हुए।
स्टोक्स ने राहुल गांधी, जितेंद्र सिंह, सीएम समेत कांग्रेस के प्रदेश मुखिया सुखविंदर सुक्खू को फोन किए। उन्होंने खाची को टिकट न देने पर पार्टी छोड़ने की चेतावनी दी। सुबह होते-होते स्टोक्स ने खुद चुनावी रण में कूदने का मन बनाया। बाद में उन्हें राहुल गांधी का फोन आया कि मैडम, आप नामांकन भरो।
दीपक राठौर ने सोमवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे कांग्रेस प्रत्याशी के नाते नामांकन भरा। इस बीच विद्या स्टोक्स भी ठियोग पहुंच गईं और दोपहर बाद ढाई बजे उन्होंने नामांकन भर दिया। उन्होंने कांग्रेस के टिकट का दावा किया।