तिरुवनंतपुरम। केरल में एक चरण में हो रहे विधानसभा चुनाव में 140 सीटों पर सुबह साढ़े
नौ बजे तक 16.07 प्रतिशत मतदान हुआ। राज्य में सुबह सात बजे मतदान शुरू होने के साथ ही कई मतदान
केन्द्रों के बाहर लोगों की लंबी कतारें नज़र आईं। अराणमुला में पंक्ति में खड़ा एक मतदाता अचानक गिर गया और
उसकी मौत हो गई। वहीं कई स्थानों पर ईवीएम में खराबी की खबरें भी आ रही हैं। निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के
अनुसार, सुबह साढ़े नौ बजे तक यहां 16.07 प्रतिशत मतदान हुआ। केरल में सत्तारूढ़ माकपा के नेतृत्व वाले वाम
लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ), विपक्षी कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) और भाजपा के
नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने चुनाव को लेकर जमकर प्रचार किया। राज्य के मुख्यमंत्री
पिनराई विजयन, उनकी कैबिनेट के सात सहयोगी, विपक्ष के नेता रमेश चेन्नीतला और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता
ओमन चांडी समेत 957 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। मुख्यमंत्री विजयन ने वोट डालने के बाद पत्रकारों से कहा
कि वह माकपा के नेतृत्व वाले एलडीएफ की जीत को लेकर आश्वस्त हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे लोगों पर पूरा भरोसा
है, जो वाम दल के साथ हैं।’’ विजयन ने कहा कि पार्टी को 2016 विधानसभा चुनाव से अधिक सीटें मिलेंगी।
उन्होंने कहा कि यह एक एतिहासिक जीत होगी और नीमोम में भी भाजपा का खाता ‘‘बंद’’ हो जाएगा।
भाजपा 2016 विधानसभा चुनाव में केवल नीमोम सीट पर ही जीत दर्ज कर पाई थी। विजयन ने एक सवाल के
जवाब में कहा, ‘‘ भगवान अयप्पा और अन्य सभी देवताओं के भक्त एलडीएफ के साथ हैं।’’ पलक्कड़ विधानसभा
सीट से भाजपा नीत राजग के उम्मीदवार ‘मेट्रोमैन’ ई श्रीधरन राज्य में पहले वोट करने वाले मतदाताओं में शामिल
थे। उन्होंने पोन्नानी में एक मतदान केंद्र पर मताधिकार का इस्तेमाल करने के बाद पत्रकारों से कहा, ‘‘मैंने वोट
डाल दिया है और मुझे बेहतर परिणाम की उम्मीद है।’’ राज्य में 40,771 मतदान केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के
बीच और कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए मतदान हो रहा है। करीब 2.74 करोड़ मतदाता उम्मीदवारों की
किस्मत का फैसला करेंगे।