मिनियापोलिस (अमेरिका)। मिनियापोलिस पुलिस प्रमुख ने गवाही दी है कि जॉर्ज फ्लॉयड की
मौत के मामले में बर्खास्त किए गए अधिकारी डेरेक चॉविन ने फ्लॉयड की गर्दन पर घुटने से दबाब बनाकर और
उसके द्वारा विरोध नहीं करने एवं सांस लेने में तकलीफ की बात बताने के बाद भी उसे जमीन पर गिराए रख
विभागीय नीति का उल्लंघन किया और “मानवीय सिद्धांतों एवं मूल्यों” के खिलाफ काम किया।
पुलिस प्रमुख मेडारिया अराडोंडो ने चॉविन पर चल रहे हत्या के मुकदमे की सुनवाई के छठे दिन सोमवार को यह
गवाही दी। उन्होंने कहा कि फ्लॉयड को हथकड़ी पहना देने और उसके पेट के बल जमीन पर पड़े रहने के बावजूद
उसकी गर्दन पर घुटना रखकर बैठे रहना “किसी भी तरीके से” विभागीय नीति या प्रशिक्षण का हिस्सा नहीं है और
“यह निश्चित तौर पर हमारे मूल्यों या आचरण का हिस्सा नहीं है।”
शहर के पहले अश्वेत पुलिस प्रमुख अराडोंडो ने पिछले साल मई में जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद चॉविन और तीन
अन्य अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया था और जून में इसे “हत्या” करार दिया था।
जहां पुलिस पर लंबे समय से आरोप लगते रहे हैं कि वह बल में अपने साथ के आरोपी सदस्यों को बचाते हैं या
उनका साथ देते हैं वहीं इस मामले में मिनियापोलिस विभाग के कुछ अत्यंत अनुभवी अधिकारियों ने फ्लॉयड के
साथ चॉविन के व्यवहार की खुलकर निंदा की है।
अराडोंडो ने गवाही दी कि बल में 19 साल तक काम करने वाले चॉविन को न सिर्फ फ्लॉयड को जल्द ही खड़ा होने
देना चाहिए था बल्कि उसकी गर्दन पर डाला गया दबाव भी हल्के से मध्यम की ओर होता नहीं दिखाई दिया था
जैसा कि विभाग की नीति में दर्ज है। साथ ही उन्होंने कहा कि चॉविन एंबुलेंस आने से पहले उसे प्राथमिक उपचार
देने के अपने कर्तव्य में भी विफल रहे और उन्होंने उस नीति का भी उल्लंघन किया है जिसके तहत पुलिस को
कम से कम या बिना बल के तनावपूर्ण स्थिति से निपटना चाहिए।