राजीव गोयल
ढाका। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय यात्रा पर शुक्रवार को बांग्लादेश की राजधानी ढाका
पहुंचे जहां हवाई अड्डे पर उनका स्वागत उनकी समकक्ष शेख हसीना ने किया। कोविड-19 महामारी की शुरुआत के
बाद अपनी इस पहली विदेश यात्रा के दौरान वह दोनों देशों के बीच सहयोग को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से कई
कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
प्रधानमंत्री की सुरक्षा के मद्देनजर विशेष तौर पर तैयार बोइंग 777 पर सवार होकर मोदी ढाका पहुंचे। विमान से
उतरने के क्रम में ही उन्होंने मास्क पहना, फिर हसीना से मुलाकात की और कुशल क्षेम साझा किया। प्रधानमंत्री
मोदी को हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षा बलों के जवानों ने सलामी दी।
मोदी ने अपने दौरे से पहले बृहस्पतिवार को ट्वीट कर कहा कि बांग्लादेश के साथ भारत की साझेदारी ‘पड़ोस
प्रथम’ नीति का अहम स्तंभ है तथा दोनों देश इसे और गहरा व बहुआयामी बनाने को प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा
था कि वह बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान के जीवन और आदर्शों को याद करने, बांग्लादेश की आजादी की लड़ाई व
दोनों देशों के कूटनीतिक संबंधों के 50 वर्ष पूरा होने के अवसर पर आयोजित समारोहों में शिरकत करने का बेसब्री
से इंतजार कर रहे हैं।
हवाई अड्डे से प्रधानमंत्री का सावर जाने का कार्यक्रम है। यहां स्थित राष्ट्रीय शहीद स्मारक पर 1971 की
बांग्लादेश की आजादी की लड़ाई के शहीदों को वह श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री धानमोंडी, 32
स्थित बंगबंधु स्मारक जाएंगे और बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान को श्रद्धांजलि देंगे।
प्रधानमंत्री नेशनल परेड स्क्वॉयर पर आयोजित समारोह में शिरकत करेंगे। इस समारोह के मुख्य अतिथि राष्ट्रपति
अब्दुल हमीद होंगे। इसकी अध्यक्षता शेख हसीना करेंगी। शाम में प्रधानमंत्री मोदी और शेख हसीना संयुक्त रूप से
‘‘बंगबंधु-बापू संग्रहालय’’ का उद्घाटन करेंगे।
अपने दौरे के दूसरे दिन शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी गोपालगंज जिले के तुंगीपाड़ा में 'बंगबंधु' शेख मुजीबुर रहमान
के स्मारक पर भी जाएंगे। वह उस स्थान पर जाने वाले पहले गणमान्य भारतीय होंगे। प्रधानमंत्री का पौराणिक
परंपरा की 51 शक्तिपीठों में से एक प्राचीन जशोरेश्वरी काली मंदिर में देवी काली की पूजा अर्चना करने और
ओराकांडी में मतुआ समुदाय के प्रतिनिधियों के साथ संवाद का भी कार्यक्रम है।
शनिवार की दोपहर मोदी प्रधानमंत्री कार्यालय में हसीना के साथ वार्ता करेंगे। इस दौरान पांच समझौता ज्ञापनों पर
हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। कुछ परियोजनाओं का भी वह डिजिटल माध्यम से उद्घाटन करेंगे। स्वदेश रवाना होने
से पहले वह राष्ट्रपति अब्दुल हमीद से भी मुलाकात करेंगे। मोदी का बांग्लादेश दौरा ऐसे समय में हुआ है जब
पड़ोसी देश शेख मुजीबुर रहमान की जन्म शताब्दी ‘‘मुजीब वर्ष’’, देश की आजादी के 50 साल का उत्सव और
भारत-बांग्दलादेश संबंधों की स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने पर समारोह मना रहा है।