नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस. जयशंकर मंत्रीस्तरीय तीसरी चतुष्पक्षीय (क्वाड) वार्ता के
दौरान अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्रियों के साथ बृहस्पतिवार को हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में चीन के
बढ़ते प्रभाव की पृष्ठभूमि में सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा करेंगे। विदेश मंत्रालय ने कहा कि मंत्रिगण
क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे, विशेष रूप से मुक्त और समावेशी हिन्द-प्रशांत
क्षेत्र को बनाए रखने के लिए व्यावहारिक सहयोग पर चर्चा करेंगे। चार सदस्यीय गठबंधन (भारत, अमेरिका,
जापान और ऑस्ट्रेलिया) के विदेश मंत्रियों की यह तीसरी बैठक है। अमेरिका में जो बाइडन के राष्ट्रपति बनने
के बाद यह पहली बैठक है। इसका आयोजन ऑनलाइन किया जाना है। चीन की बढ़ती सैन्य शक्ति की
पृष्ठभूमि में हिन्द-प्रशांत क्षेत्र की स्थिति वैश्विक नेताओं के बीच चर्चा का महत्वपूर्ण मुद्दा है। चीन के बढ़ते
प्रभाव की पृष्ठभूमि में अमेरिका चतुष्पक्षीय गठबंधन को सुरक्षा-गठबंधन में बदलने के पक्ष में है। विदेश
मंत्रालय ने एक संक्षिप्त बयान में कहा, ‘‘भारत-ऑस्ट्रेलिया-जापान-अमेरिका के बीच तीसरी मंत्रिस्तरीय वार्ता
18 फरवरी को होगी जिसमें इन देशों के विदेश मंत्री भाग लेंगे।’’ बयान के अनुसार, यह बैठक अक्टूबर,
2020 में तोक्यो में हुई अंतिम बैठक से आगे उपयोगी विचारों को आपस में साझा करने का अवसर प्रदान
करेगी। उसमें कहा गया है, ‘‘मंत्रिगण क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर एक-दूसरे से विचारों का आदान-प्रदान
करेंगे, विशेष रूप से मुक्त और समावेशी हिन्द-प्रशांत क्षेत्र को बनाए रखने के लिए व्यावहारिक सहयोग पर
चर्चा करेंगे।’’ विदेश मंत्रालय के अनुसार, ‘‘वे लोग कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए जारी प्रयासों,
जलवायु परिवर्तन और परस्पर हितों के अन्य मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे।’’