राजीव गोयल
नई दिल्ली। पूर्वी दिल्ली नगर निगम मुख्यालय के सभागार में निगम की साधारण
सभा की बैठक में आज विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। हंगामा इतना ज्यादा बढ़ गया कि विपक्षी पार्टी से
पार्षद, सुगीता रावत महापौर के आसन तक पहुंच गईं। यही नहीं नेता विपक्ष, मनोज कुमार त्यागी द्वारा पूर्व
महापौर, बिपिन बिहारी से हाथापाई भी की गई और सदन ना चलने देने की मंशा से निगम में प्रस्तुत एजेंडे
को भी नेता सदन के हाथ से खींचकर फाड़ डाला। बैठक में हुए हंगामे से रूष्ट होकर महापौर, निर्मल जैन ने
नेता विपक्ष, मनोज कुमार त्यागी तथा पार्षद माहिनी जीनवाल को उनके असंवेदनशील और असभ्य व्यवहार के
कारण सदन की बैठक से 15 दिन तक के लिए निष्कासित कर दिया है और पार्षद, सुगीता रावत को उनके
अशोभनीय व्यवहार के कारण अनुशासात्मक कार्रवाई के लिए पत्र जारी किया जायेगा।
सोमवार को पूर्वी निगम की साधारण सभा बुलाई गई थी। जैसे ही बैठक शुरू हुई और नेता सदन, प्रवेश शर्मा
ने शोक प्रस्ताव पढ़ना शुरू किया, विपक्षी सदस्यों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। विपक्षी दल किसान बिल के
पक्ष में बोल रहे थे। महापौर, निर्मल जैन ने विपक्षी दल को काफी समझाया कि शोक प्रस्ताव के प्रस्तुतिकरण
के समय संयम बनाये रखे क्योंकि वह शोक प्रस्ताव एक निगम पार्षद के परिवार के सदस्य की मृत्यु के लिए
रखा गया था, लेकिन विपक्ष ने एक नहीं मानी। हंगामे के बीच जब नेता सदन ने पूर्वी दिल्ली की आम जनता
के हित में संपत्ति-कर माफी योजना से संबंधित प्रस्ताव प्रस्तुत किया, नेता विपक्ष, मनोज कुमार त्यागी ने
नेता सदन, प्रवेश शर्मा के हाथ से प्रस्ताव छीन कर फाड़ दिया।
महापौर, निर्मल जैन ने कहा कि पूर्वी निगम की साधारण सभा में विपक्षी पार्टी द्वारा अलोकतांत्रिक, असभ्य
और अशोभनीय व्यवहार का उग्र प्रदर्शन किया गया जिसकी जितनी निंदा की जाए, वह कम है। जैन कहा कि
पूर्वी दिल्ली की आम जनता के हितों को तांक पर रख-कर केवल सदन ना चलने देने की मंशा से हंगामा करना
ओछी राजनीति का उदाहरण है।