सुबोध कुमार
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना के मद्देनजर पूरी सतर्कता बरतने के
निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में थोड़ी लापरवाही भी भारी पड़ सकती है। उन्होंने संक्रमण से बचाव
तथा उपचार की व्यवस्था को पूरी सक्रियता से संचालित किये जाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को यहां
अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में कहा कि छठ पर्व को देखते हुए पूरी सावधानी बरती जाए।
उन्होंने पर्व के दौरान घाटों पर साफ-सफाई की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने
कहा कि कोरोना की चेन को तोड़ने में मेडिकल टेस्टिंग की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने टेस्टिंग कार्य को पूरी
क्षमता से संचालित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन आरटीपीसीआर विधि से 65 से 75 हजार
टेस्ट तथा रैपिड एन्टीजन विधि से 90 हजार से 01 लाख 10 हजार टेस्ट किए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि
काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग की व्यवस्था को प्रभावी बनाए रखा जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड
कन्ट्रोल सेन्टर पूरी सक्रियता से कार्य करें। प्रत्येक जनपद में जिलाधिकारी तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा
प्रतिदिन सुबह कोविड अस्पताल में तथा शाम को इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर में नियमित तौर पर
समीक्षा बैठक सम्पन्न की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक कोविड-19 की कोई कारगर दवा अथवा वैक्सीन
उपलब्ध नहीं हो जाती, तब तक बचाव ही उपचार है। इसे ध्यान में रखते हुए लोगों को संक्रमण से सुरक्षित रखने
के बारे में निरन्तर जागरूक किया जाए। इसके लिए विभिन्न प्रचार माध्यमों के साथ-साथ पब्लिक एड्रेस सिस्टम के
द्वारा लोगों को जानकारी दी जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी कोविड चिकित्सालयों तथा मेडिकल काॅलेजों में
उपचार की व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखा जाए। इन अस्पतालों में बेड्स की पर्याप्त व्यवस्था रखी जाए। उन्होंने
चिकित्सालयों में उपलब्ध संसाधनों की नियमित समीक्षा किए जाने के निर्देश भी दिए हैं।