वाशिंगटन। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा ने एक स्वायत्त तिब्बत के सांस्कृतिक और धार्मिक
महत्व को मान्यता देने तथा संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए द्विदलीय प्रस्ताव पारित किया है। प्रस्ताव में
तिब्बत और तिब्बत के लोगों की वास्तविक स्वायत्तता और 14वें दलाई लामा द्वारा वैश्विक शांति, सद्भाव और
तालमेल को बढ़ावा देने के लिए किए गए कार्यों के महत्व को मान्यता दी गई है। ध्वनी मत से पारित इस प्रस्ताव
में निर्धारित गया है किया कि यह अंतरराष्ट्रीय संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान पर चर्चा करने के लिए कांग्रेस की एक
संयुक्त बैठक या कैपिटल विजिटर सेंटर में टेलीकांफ्रेंस प्रसारण के माध्यम से द्विदलीय, द्विसदनीय सभा बुलाना
या कांग्रेस के सदस्यों और दलाई लामा के बीच चर्चा के लिए फायदेमंद होगा। इसमें यह भी कहा गया है कि
तिब्बत के लोगों के मानवाधिकारों और स्वतंत्रता एवं उनके विशिष्ट धार्मिक, सांस्कृतिक, भाषाई और राष्ट्रीय
पहचान के संरक्षण के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त करने की उनकी आकांक्षाओं को द्विदलीय कांग्रेस
का भरपूर समर्थन है। प्रस्ताव में कहा गया कि दुनिया के 40 से अधिक देशों में 60,00,000 से अधिक तिब्बती हैं।
कांग्रेस के सदस्य टेड योहो ने कहा, "यह देखकर बहुत खुशी हो रही है कि सदन ने तिब्बत की वास्तविक
स्वायत्तता एवं दलाई लामा के काम को मान्यता देने के लिए सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया है। अमेरिका ने
तिब्बत के लोगों को उत्पीड़न से मुक्त करने के लिए सहयोगियों के साथ काम करना जारी रखा है।"