शिमला। हिमाचल प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत का आंकड़ा 300 पार कर
गया है। राज्य में शुक्रवार सुबह तक 301 मरीजों की मौत हो चुकी है और मृत्युदर 1.40 फीसदी है। सभी 12
जिलों में कोरोना से मरीजों की मौत हुई है। मृतकों की संख्या के मामले में शिमला जिला पहले स्थान पर है, जहां
सर्वाधिक 65 मौतें हुई हैं। यहां मौत का प्रतिशत 2.67 पहुंच चुका है, जो सबसे ज्यादा है। मौत प्रतिशत के
मामले में कांगड़ा (2.10) दूसरे व कुल्लू (1.73) तीसरे स्थान पर है। कांगड़ा में 63 और कुल्लू में 25 मौतें हुई
हैं। मंडी में 37 और सोलन में 36 मरीजों ने दम तोड़ा है और इन जिलों में मौत की प्रतिशत क्रमशः 1.26 और
1.01 है। राज्य के जनजातीय जिले लाहौल-स्पीति में मृत्यु दर सबसे कम 0.26 फीसदी है। इस जिले में 371
मरीजों में एक मरीज की मौत हुई है। इसके अलावा किन्नौर में मृत्यु दर 1.49, चंबा में 1.32, हमीरपुर में
1.06, ऊना में 0.98, सिरमौर में 0.79 और बिलासपुर में 0.63 प्रतिशत है। अक्टुबर में मृतकों का आंकड़ा
तेज़ी से बढ़ा है। इस महीने 120 मरीजों की जान गई है। यानी प्रतिदिन औसतन चार मरीजों की मौत हो रही है।
राज्य में अब तक कोरोना संक्रमण के कुल 21,476 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। इनमें 18,378 मरीज स्वस्थ
हुए हैं और सक्रिय मरीजों की संख्या 2,768 है। यह भी देखने में आया है कि कोरोना को लोग मामूली समझकर
दबाकर रख रहे हैं और जांच भी देरी से करा रहे हैं। मरीजों को जब सांस लेने में दिक्कत या निमोनिया जैसे
स्थिति होती है उसके बाद अस्पताल पहुंच रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के सचिव अमिताभ अवस्थी ने शुक्रवार को
बताया कि लोगों को बीमारी को दबाकर नहीं रखनी चाहिए। मामूली लक्षण दिखने या शक होने पर तत्काल जांच
करानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना से ऐसे मरीजों की मौत हो रही है, जो निमोनिया सहित अन्य गम्भीर
बीमारियों से ग्रसित हैं। ज्यादातर मौतें 50 वर्ष से अधिक आयु के लोगों की हो रही हैं। किस जिले में कितनी मौत
: शिमला में 65, कांगड़ा में 63, मंडी में 37, सोलन में 36, कुल्लू में 25, सिरमौर में 18, चम्बा व ऊना में
15-15, हमीरपुर में 13, बिलासपुर में 8, किन्नौर में 5 और लाहौल-स्पीति में 1 मरीज की मौत हुई है।