न्यूयॉर्क। अमेरिका में इस वर्ष हो रहा राष्ट्रपति चुनाव देश के इतिहास का सबसे महंगा
चुनाव बनने जा रहा है। इस चुनाव में पिछले राष्ट्रपति चुनाव के मुकाबले दोगुनी राशि खर्च होने का अनुमान है।
इस बार करीब 14 अरब डॉलर खर्च होने की उम्मीद है।
शोध समूह ‘दि सेंटर फॉर रेस्पॉनसिव पॉलिटिक्स ने कहा कि मतदान से पहले के आखिरी महीने में राजनीतिक चंदे
में भारी वृद्धि हुई है और इसकी वजह से इस चुनाव में जो 11 अरब डॉलर खर्च होने का अनुमान लगाया गया
था, वह पीछे छूट गया है।
शोध समूह ने कहा कि वर्ष 2020 के चुनाव में 14 अरब डॉलर खर्च होने का अनुमान है जिससे चुनाव में खर्च के
पुराने सभी रिकॉर्ड ध्वस्त हो रहे हैं।
समूह के मुताबिक डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन अमेरिकी इतिहास के पहले प्रत्याशी होंगे जिन्होंने
दानकर्ताओं से एक अरब डॉलर की राशि प्राप्त की।
उनके प्रचार अभियान को 14 अक्टूबर को 93.8 करोड़ डॉलर प्राप्त हुए हैं जिससे डेमोक्रेट का रिपब्लिकन पार्टी के
उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को हराने को लेकर उत्सुकता बढ़ती जा रही है।
वहीं, ट्रंप ने दानकर्ताओं से 59.6 करोड़ डॉलर का कोष चुनाव प्रचार के लिए जुटाया है।
शोध समूह ने कहा, ‘‘ महामारी के बावजूद हर कोई वर्ष 2020 के चुनाव में अधिक राशि दान कर रहा है, फिर
चाहे वह आम लोग हों या अरबपति।’’
समूह ने बयान में कहा कि इस बार महिलाओं ने दान देने का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।