राजीव गोयल
न्यूयॉर्क। अंतररराष्ट्रीय संबंधों के विशेषज्ञों के एक सर्वेक्षण में दावा किया गया है कि अगर
डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडेन 2020 का चुनाव जीतते हैं तो विदेशी सरकारें डोनाल्ड
ट्रंप की तुलना में अमेरिका के साथ सहयोग करने को अधिक इच्छुक होंगी। अमेरिका में तीन नवम्बर को राष्ट्रपति
चुनाव हैं, जिसमें अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और बाइडेन आमने-सामने हैं। अमेरिकी विश्वविद्यालयों में
अंतरराष्ट्रीय संबंधों के 708 विद्वानों के शिक्षण, शोध एवं अंतरराष्ट्रीय नीति (टीआरआईपी) सर्वेक्षण में पाया गया
कि इन विशेषज्ञों के राष्ट्रपति के तौर पर ट्रंप की तुलना में बाइडेन का समर्थन करने की अधिक संभावना है। साथ
ही वे इस बात से भी सहमत हैं कि बाइडेन अपनी विदेश नीति के एजेंडे को प्राप्त करने में बेहतर प्रदर्शन करेंगे।
सर्वेक्षण में पाया गया कि खुद को रिपब्लिकन और स्वतंत्र बताने वाले विशेषज्ञ विदेश नीति को लेकर ट्रंप के
दृष्टिकोण पर अधिक संदेह करते हैं। सर्वेक्षण में हिस्सा लेने वालों ने कहा विदेशी सरकारें ट्रंप के मुकाबले बाइडेन
के चुनाव जीतने पर अमेरिका के साथ सहयोग करने को अधिक इच्छुक होंगी। उनमें से 92 फीसदी ने इस मामले
में बाइडेन का समर्थन किया जबकि सिर्फ दो प्रतिशत लोगों ने ट्रंप का समर्थन किया। वहीं, 95 प्रतिशत विशेषज्ञ
इस बात पर सहमत दिखे कि बाइडेन विदेश नीति के मामले में ज्यादा प्रभावी राष्ट्रपति होंगे। वहीं, केवल पांच
प्रतिशत लोगों ने ही ट्रंप को इसके लिए सक्षम माना। सर्वेक्षण में कहा गया है, ‘‘चुनाव में विदेशी हस्तक्षेप की
चिंताओं के बावजूद ज्यादातर विद्वानों को भरोसा है कि रूस, ईरान और चीन चुनाव के परिणाम को ज्यादा
प्रभावित नहीं करेंगे।’’ सर्वेक्षण के अनुसार, ‘‘हालांकि, उनका मानना है कि विदेशी हस्तक्षेप की कोशिशों से
अमेरिकी नागरिकों का चुनाव के परिणामों को लेकर भरोसा जरूर डिगेगा।’’