बीजिंग। किसी भी महिला के लिए मां बनना एक सुखद अहसास है लेकिन उसके साथ ही चुनौतीपूर्ण भी। नौ माह का समय प्रतिदिन उसे नए-नए अहसास करवाता रहता है जैसे-जैसे गर्भ में पल रहा भ्रूण आकार लेने लगता है वैसे-वैसे मां बनने का अहसास और तेज होने लगता है। कहते हैं कि जब बच्चा गर्भ में होता है तो वो पेट के अंदर ही पैर मारता है जिसे बच्चे की किक भी कहा जाता है। इसका अनुभव हर गर्भवती महिला करती है। आमतौर पर बच्चा दिन में 15-20 बार किक मारता है। लेकिन चीन में एक महिला जेंग के साथ अजीब घटना हुई।
इस महिला के गर्भ में पल रहे बच्चे ने इतनी जोर से किक मारी कि कोख फट गई। इसके बाद उसे ब्लीडिंग होने लगी और खतरनाक दर्द होने लगा तो डॉक्टरों को तत्काल सी-सेक्शन करना पड़ा। इस प्रक्रिया में भी खतरनाक इंफेक्शन का सामना हुआ।
35 सप्ताह की प्रेगनेंट जेंग को पेट में दर्द हुआ तो उसने सोचा कि पेट खराब होगा। लेकिन चीज तब बदल गई थी जब उसे खतरनाक दर्द होने लगा और उसे बीपी, पल्स और ब्रीदिंग प्रॉब्लम हो गई।
अल्ट्रासाउंड में पता चला कि बेबी ने यूट्रेस वॉल के जरिए एबडोमिनल कैविटी पर जोर से लात मार दी थी। जेंग का फिब्रोइड्स हटाने के लिए ऑपरेशन किया गया। भले ही बच्चे का जन्म जटिल परिस्थितियों में हुआ लेकिन मां और बच्चा दोनो स्वस्थ है।