मनीष गोयल
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को बाबरी विध्वंस मामले में केंद्रीयनई दिल्ली, 30 सितंबर (वेबवार्ता)। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को बाबरी विध्वंस मामले में केंद्रीयजांच ब्यूरो (सीबीआई) की विशेष अदालत द्वारा सभी आरोपियों को बरी किये जाने के फैसले के तत्काल बादवयोवृद्ध भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी से उनके आवास पर मुलाकात की। मालूम हो कि आडवाणी इस मामलेके 32 आरोपियों में एक थे। प्रसाद राम जन्मभूमि मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट में बतौर वकील भी पेश हो चुकेहैं। आडवाणी को भी इस मामले में अदालत में मौजूद होने का कहा गया था लेकिन उम्र और कोरोना वायरसमहामारी के चलते वह न्यायालय में हाजिर नहीं हो सके। अदालत के फैसले के बाद 92 वर्षीय आडवाणी अपनेकमरे से बाहर निकले और ‘जय श्री राम’ का नारा लगाते हुए मीडिया का अभिवादन किया। अदालत जब अपनाफैसला सुना रही थी उस वक्त आडवाणी अपने परिवार के सदस्यों के साथ टेलीविजन देख रहे थे। उनकी पुत्रीप्रतिभा आडवाणी, उनका हाथ पकड़े हुईं थी। यह मामला छह दिसंबर 1992 को बाबारी ढांचा ध्वस्त करने सेसंबंधित था। विशेष अदालत के न्यायाधीश एस.के. यादव ने फैसला सुनाते हुए कहा कि बाबरी मस्जिद विध्वंस कीघटना पूर्व नियोजित नहीं थी। यह एक आकस्मिक घटना थी। उन्होंने कहा कि आरोपियों के खिलाफ कोई पुख्तासुबूत नहीं मिले, बल्कि आरोपियों ने उन्मादी भीड़ को रोकने की कोशिश की थी।