नोएडा. आरुषि-हेमराज हत्याकांड में आरुषि के माता-पिता डॉ. राजेश तलवार और डॉ. नूपुर सोमवार को रिहा हो गए। डासना जेल से रिहाई के बाद दोनों शाम करीब सवा छह बजे एल-245, जलवायु विहार, सेक्टर 25 स्थित आरुषि के नाना बीजी चिटनिस के घर पहुंचे।
इस कानूनी लड़ाई को लड़ने में नूपुर के पिता बीजी चिटनिस ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वह एयरफोर्स के ग्रुप कैप्टन पद से रिटायर्ड हैं। उन्हें गैलेंट्री अवार्ड मिल चुका है।
पहले वह देश के लिए लड़े और अब बेटी-दामाद को बेगुनाह साबित करने के लिए लंबी लड़ाई लड़ी। यहां फ्लैट के गेट पर आरुषि की नानी लता चिटनिस ने डॉ. राजेश तलवार व नूपुर का तिलक लगाकर व आरती कर स्वागत किया।
इसके बाद दोनों फ्लैट में अंदर चले गए। आरुषि के नाना के घर को अच्छे से सजाया गया था। यहां दोस्तों व रिश्तेदारों का जमावड़ा भी था। मीडिया ने तलवार दंपती से बात करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने कुछ भी नहीं कहा।
हत्याकांड के बाद जब पुलिस ने पहली बार डॉ. राजेश तलवार को गिरफ्तार किया था और 50 दिनों बाद उन्हें बेल मिली थी तब भी वह सबसे पहले आरुषि के नाना के घर ही पहुंचे थे।
हत्यारों का पता लगाने की लड़ाई जारी रहेगी
राजेश तलवार के भाई दिनेश तलवार ने कहा कि हमें आरुषि को सही साबित करना था। हेमराज के साथ उसका नाम जुड़ रहा था, उससे मुक्त कराना था। हाई कोर्ट के आदेश से यह साबित हो गया है कि आरुषि अच्छी लड़की थी। हेमराज को भी हम गलत नहीं मानते। वह अच्छा आदमी था। हत्यारों का पता लगाने के लिए लड़ाई जारी रहेगी।
दिनेश तलवार ने कहा कि डॉ. राजेश ने कभी यह इच्छा जाहिर नहीं की कि उन्हें जेल से निकल कर मस्ती करनी है। वह हमेशा कहते थे कि हमें आरुषि को दोष मुक्त करना है। अगर आप आरुषि और हेमराज को अच्छा मानेंगे तभी यह कह पाएंगे कि राजेश और नूपुर अच्छे हैं। आज हम कह सकने की स्थिति में हैं कि पूरा परिवार अच्छा था। आरुषि का दुख कभी जा नहीं सकता।