श्रीनगर। दक्षिण कश्मीर के शोपियां में सोमवार को आतंकियों ने सत्ताधारी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के हलका प्रधान और पूर्व सरपंच की उसके घर के बाहर हत्या कर दी।
इसी दौरान एक पांच लाख का इनामी आतंकी शौकत फलाही पीडीपी नेता को बचाते हुए अपने ही साथियों के साथ हुई भिड़ंत के दौरान चली गोली से मारा गया। वह 25 अक्टूबर 2016 को आतंकी बना था।
रात करीब आठ बजे स्वचालित हथियारों से लैस हिजबुल मुजाहिदीन के तीन आतंकी शोपियां जिले के जेनपोरा इमामसाहब के साथ सटे होमहुना गांव पहुंचे।
आतंकी पीडीपी नेता मुहम्मद रमजान शेख (50) के घर में घुसकर उसे बाहर निकाल लाए। पीडीपी नेता के परिजन भी घर के बाहर आ गए।
इस बीच, आतंकियों ने पीडीपी नेता के साथ मारपीट शुरू कर दी और उन्होंने सुरक्षा बलों का मुखबिर होने का आरोप लगाया।
आतंकी उसे जान से मारना चाहते थे, लेकिन उन्हीं में से एक आतंकी शौकत अहमद फलाही ने इसका विरोध कर दिया। शौकत निकटवर्ती त्रेंज का रहने वाला था।
उसने पीडीपी नेता की टांगों में गोली मारने व चेतावनी देकर छोड़ने के लिए अपने साथियों से कहा। बताया जाता है कि शौकत को अपने साथियों के साथ बहस करते देख पीडीपी नेता व उसके परिजन भी विरोध करने लगे।
इस पर आतंकियों ने अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दी। शौकत इस पर अपने साथियों के साथ गुत्थमगुत्था हो गया।
इसी दौरान मुहम्मद रमजान को गोलियां लगी और शौकत के सिर में भी एक गोली लगी, जिससे दोनों की मौत हो गई। शोपियां के एसएसपी एसआर अंबरकर के अनुसार, शौकत ने पीडीपी नेता को बचाने का प्रयास किया था।
साथियों के साथ धक्का-मुक्की में उसे गोली लगी। उन्होंने बताया कि शौकत के अन्य दो साथियों को जिंदा अथवा मुर्दा पकड़ने के लिए पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली गई है और तलाशी अभियान जारी है।