राजीव गोयल
केनोशा (अमेरिका)। अमेरिका में विस्कॉन्सिन के दक्षिणपूर्वी केनोशा शहर में पुलिस द्वारा
एक अश्वेत व्यक्ति को गोली मारे जाने की घटना का विरोध करते हुए कुछ प्रदर्शनकारियों ने वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों
में तोड़-फोड़ की और दर्जनों इमारतों को आग लगा दी,जिसके बाद विस्कॉन्सिन के गवर्नर ने मंगलवार को
आपातकाल की घोषणा की। जेकब ब्लेक नाम के व्यक्ति को पुलिसकर्मियों द्वारा गोली मारने का वीडियो मोबाइल
में रिकार्ड हुआ था और इस वीडियो के सामने आने के बाद कई शहरों में नस्लवाद से जुड़े अन्याय को लेकर विरोध
प्रदर्शन शुरू हो गए। मिनियापोलिस में पुलिस हिरासत में अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद अमेरिका
में नस्लवाद को लेकर बड़ी बहस और व्यापक विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ था और इसके तीन महीने के भीतर ही यह
घटना हुई है। जेकब ब्लेक के पिता ने ‘शिकागो सन टाइम्स’ से कहा कि उनका बेटा कमर से नीचे लकवाग्रस्त है
और उसके शरीर में ‘‘आठ छेद’’ हैं और उन्हें नहीं पता कि वह स्थायीरूप से लकवाग्रस्त हो गया है या इसमें सुधार
हो सकता है। ब्लेक के पिता का नाम भी जेकब ब्लेक है। विस्कॉन्सिन के गवर्नर टॉनी एवर्स ने प्रदर्शनकारियों से
शांति बनाए रखने के लिए कहा है। उन्होंने यह भी कहा कि सोमवार रात में भीड़ द्वारा दर्जनों इमारतों को
नुकसान पहुंचाने और आगजनी की 30 से ज्यादा घटनाओं को अंजाम देने के बाद केनोशा में नेशनल गार्ड की
मौजदूगी को दोगुना बढ़ाते हुए 250 किया जा सकता है। एवर्स ने कहा, ‘‘ हम नस्लवाद और अन्याय के इस चक्र
को जारी रहने नहीं दे सकते हैं और हम इस क्षति और विध्वंस की राह पर भी आगे नहीं बढ़ सकते हैं’’ गोलीबारी
के बाद उपजी स्थितियों से निपटने के तरीके को लेकर एवर्स रिपब्लिकन के दबाव का भी सामना कर रहे हैं।