अनिल वर्मा
नई दिल्ली। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में पटना में दर्ज प्राथमिकी
मुंबई स्थानांतरित करने के लिये उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर करने वाली अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती ने इस
पर सुनवाई से एक दिन पहले सोमवार को शीर्ष अदालत से कहा कि उसे इस मामले में ‘राजनीतिक एजेंडे में बलि
का बकरा नहीं’ बनाया जाना चाहिए। रिया ने उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के लिये बिहार के मुख्यमंत्री
नीतीश कुमार को कथित रूप से जिम्मेदार ठहराया है। रिया चक्रवर्ती ने दावा किया कि राजपूत की मौत की दुखद
घटना दुर्भाग्य से बिहार चुनाव से ठीक पहले हुयी और इसी वजह से आत्महत्या के इस मामले को मीडिया में ‘तिल
का ताड़’ बनाया जा रहा है। अभिनेत्री ने कहा कि इस प्रकरण को लगातार सनसनीखेज बनाया जा रहा है जो उसे
अत्यधिक अवसाद पहुंचा रहा है और इससे उसके निजता के अधिकार का हनन हो रहा है। उन्होंने न्यायालय में
दाखिल अतिरिक्त हलफनामे में कहा कि राजपूत की मौत के मामले में किसी प्रकार की गड़बड़ी साबित होने से
पहले ही मीडिया ने उसे ‘दोषी’ ठहरा दिया है। हलफनामे में रिया ने कहा है कि अगर शीर्ष अदालत इस मामले को
केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपती है तो उसे इस पर कोई आपत्ति नहीं है और ‘‘इस मामले की अगर
सीबीआई जांच करती है तो भी इसका अधिकार क्षेत्र पटना की नहीं बल्कि मुंबई की अदालतें होंगी।’’ हलफनामे के
अनुसार ‘‘बिहार और केन्द्र में सत्तारूढ़ दल वही पार्टी है जो महाराष्ट्र में अल्पमत में है।’’ हलफनामे में यह भी
आरोप लगाया गया है कि उक्त मामले को पटना की अदालत को सौंपने और फिर चार अगस्त को सीबीआई को
सौंपे जाने के कारण शीर्ष अदालत में लंबित उसकी याचिका निष्फल हो गयी है। रिया ने हलफनामे में दावा किया
है कि बिहार पुलिस द्वारा इस मामले की जांच सीबीआई को हस्तांतरित करना ‘गैरकानूनी और कानून की नजर में
गलत है।’’ रिया ने सुशांत सिंह राजपूत के पिता द्वारा पटना के राजीव नगर थाने में 25 जुलाई को दर्ज करायी
गयी प्राथमिकी मुंबई पुलिस को स्थानांतरित करने का अनुरोध हुये शीर्ष अदालत में याचिका दायर कर रखी है। इस
प्राथमिकी में रिया चक्रवर्ती और उसके परिजनों सहित छह लोगों पर अभिनेता को आत्महत्या के लिये उकसाने के
आरोप लगाये गये हैं। इस याचिका पर शीर्ष अदालत में मंगलवार को सुनवाई होनी है। रिया ने अपने हलफनामे में
कहा है कि दो अन्य अभिनेताओं-आशुतोश भाकरे और समीर शर्मा द्वारा भी पिछले एक महीने के दौरान
आत्महत्या करने की खबर है लेकिन ‘इन घटनाओं को लेकर सत्ता के गलियारों में कोई सुगबुगाहट’ नहीं है।
अभिनेत्री ने हलफनामे में टूजी स्पेक्ट्रम आवंटन और आरूषि तलवार मामले का जिक्र करते हुये कहा है कि दोनों ही
मामलों मे मीडिया ने इसी तरह से आरोपियों को दोषी करार दे दिया था लेकिन बाद में अदालतों ने इन आरोपियों
को निर्दोष पाया। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (34) गत 14 जून को मुंबई के उपनगर बांद्रा में अपने आवास में
मृत मिले थे। इस मामले की उस दिन से ही मुंबई पुलिस विभिन्न पहलुओं से जांच कर रही है। मुंबई पुलिस ने
हाल ही में शीर्ष अदालत में दायर अपने हलफनामे में राजपूत की मौत की सीबीआई जांच का विरोध किया है।
पुलिस ने दावा किया कि वह निष्पक्ष तरीके से इस मामले की जाच कर रही है। सुशांत सिंह राजपूत के पिता कृष्ण
किशोर सिंह और बिहार सरकार ने भी इस मामले मे अपने जवाब दाखिल किये हैं जबकि इस मामले की जांच
सीबीआई को सौंप दिये जाने के आधार पर केन्द्र ने इसमें पक्षकार बनने के लिये आवेदन दाखिल किया है।