संजय चौधरी
नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ को आत्मविश्वास
बढाने का विजन बताते हुए आज कहा कि दूसरों के बल पर निर्भर रहकर कभी भी आत्मविश्वास नहीं बढाया जा
सकता। श्री सिंह ने यहां रक्षा उत्पादन विभाग, सार्वजनिक क्षेत्र के रक्षा उपक्रमों और आयुध निर्माणियों द्वारा
मिलकर शुरू किये जा रहे आत्मनिर्भर सप्ताह के उद्घाटन के मौके पर कहा कि इन गतिविधियों से रक्षा उत्पादन
को बढावा मिलेगा। रक्षा मंत्री ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 'आत्मनिर्भर भारत अभियान' का विजन इस
महामारी के कठिन समय में, न केवल आर्थिक विकास के लिहाज से महत्वपूर्ण है, बल्कि उससे कहीं अधिक हमारे
आत्मविश्वास को बढ़ाने का विजन है। दूसरों के बल पर निर्भर रहकर कभी भी अपना आत्मविश्वास नहीं बनाया जा
सकता है। उसके लिए स्वयं का आत्मनिर्भर होना ही एकमात्र रास्ता है।” उन्होंने कहा कि श्री मोदी ने इसके लिए
पांच सूत्रों पर आधारित इच्छा, समावेश, निवेश, ढांचागत सुविधा और नवाचार का रास्ता सुझाया है। रक्षा क्षेत्र में
आत्मनिर्भर होना केवल रक्षा ही नहीं, बल्कि नागरिक समाज के लिए भी बहुत फायदेमंद हो सकता है। उन्होंने कहा
यदि हम अपने सभी साजो-सामान देश में ही निर्मित करने में सक्षम होते हैं, तो पूँजी का एक बड़ा हिस्सा बचा
सकते हैं जिसका उपयोग रक्षा उद्योग से जुड़ी लगभग 7,000 लघु इकाईयों को बढ़ावा देने में किया जा सकता है।