नई दिल्ली। नजफगढ़ सब्जी मंडी के आढ़तियों ने दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय से
मिलकर दुकानें खुलवाने के लिए गुहार लगाई है। आढ़तियों ने लिखित शिकायत में कहा कि कोरोना संक्रमण का
भय दिखाकर पुलिस नजफगढ़ सब्जी मंडी के आढ़तियों को परेशान कर रही है। मंडी में आढ़तियों को दुकान खोलने
नहीं देती। आढ़तियों ने यह भी कहा है कि जब भी मंडी की दुकानें खोली जाती है तो पुलिस यह कहकर बंद करा
देती है कि जब तक प्रशासन की ओर से कोई दिशानिर्देश नहीं मिलेगा तब तक दुकानें नहीं खोली जा सकती। इसके
बाद वे एसडीएम से मिले। एसडीएम का कहना है कि जब तक दिल्ली सरकार का निर्देश नहीं मिलेगा दुकानें नहीं
खोलने दी जाएंगी। फ्रूट एंड वेजिटेबल ट्रेडर्स एसोसिएशन नजफगढ़ जोन के अध्यक्ष सिद्धार्थ प्रकाश रिशी की
अगुवाई में आढ़तियों ने मंत्री को यह पत्र सौंपा हैं। सिद्धार्थ प्रकाश रिशी ने मंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि
लॉकडाउन के दौरान बसें बंद थीं। इस दौरान प्रशासन ने मंडी को बंद कर टर्मिनल में सब्जी व फलों की खरीद
फरोख्त के लिए जगह दी थी। रात को 11 बजे से सुबह तीन बजे तक सब्जी व फलों के वाहन आते -जाते थे।
सुबह तीन बजे से छह बजे तक ग्राहकों का आने के लिए समय तय था। अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने के बाद जब
बसें टर्मिनल में आने लगीं तो सुबह पांच बजे उन्हें टर्मिनल से बाहर कर दिया जाने लगा। ग्राहकों को आने जाने
पर रोक लग गई। इसके बाद बचे सब्जी व फलों को बेचने के लिए मंडी की दुकानें खोलने का प्रयास किया गया
लेकिन खुलने नहीं दिया जा रहा है। अब हर रोज उनकी सब्जियां और फल बर्बाद हो रहे हैं। दैनिक जागरण से
बातचीत में सिद्धार्थ प्रकाश रिशी ने कहा कि उनकी यह मंडी निजी जमीन पर बसाई गई है। जिसे शुरूआत में
मान्यता भी मिली थी बाद में निरस्त कर दिया गया। इसके बाद नवीनीकरण नहीं किया गया। इनका यह भी
कहना है कि टर्मिनल में 28 आढ़तियों को जगह आबंटित था बाद में पुलिस प्रशासन ने 30 और लोगों को जगह
दे दी इससे भी आढ़ती ज्यादा परेशान हैं।